क्या परमाणु बम से भी ज्यादा ताकतवर होते हैं एस्टेरॉयड, पृथ्वी पर कितनी मचा सकते हैं तबाही?
How Dangerous Is Asteroids: एस्टेरॉयड के धरती पर टकराने का खतरा बन हुआ है. ऐसे में वैज्ञानिक कह रहे हैं कि यह बहुत खतरनाक हो सकता है. चलिए जान लेते हैं कि क्या यह परमाणु बम से भी ज्यादा खतरनाक है.

कुछ वक्त पहले नासा ने चेतावनी दी थी कि आसमान से धरती की ओर एक ऐसा पत्थर टकराने वाले है जो कि हजारों परमाणु बमों जितनी तबाही मचा सकता है. ये किसी साइंस फिक्शन फिल्म की बात नहीं कर रहे हैं. बल्कि नासा ने खुद बताया था कि 24 मई 2025 को जो एस्टेरॉयड धरती के करीब से गुजरा है वह 335 मीटर चौड़ा और तीन फुटबॉल मैदानों जितना लंबा था. इसकी रफ्तार किसी मिसाइल से कम नहीं और 14 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से गिरा था. आइए अब जान लेते हैं कि एस्टेरॉयड धरती पर कितनी तबाही मचा सकते हैं और ये कितने खतरनाक होते हैं.
कितना खतरनाक है एस्टेरॉयड
इसका जवाब है कि हां कुछ एस्टेरॉयड परमाणु बम से भी ज्यादा ताकतवर होते हैं. हिंदी में इनको क्षुद्रग्रह भी कहा जाता है. हालांकि इनका खतरनाक होना इनके आकार, गिरने की स्पीड और घनत्व पर निर्भर करता है. ये जब भी धरती से टकराते हैं तो काइनेटिक एनर्जी रिलीज करते हैं और इस एनर्जी की मात्रा बहुत ज्यादा हो सकती है, इसीलिए इससे परमाणु बमों से भी ज्यादा नुकसान हो सकता है. जैसे कि कहा जा रहा है कि 2024 YR4 नाम का क्षुद्रग्रह शहर को नष्ट कर सकता है और इसके धरती पर टकराने की संभावना 3.1 % है.
कितने हिस्से को प्रभावित कर सकता है एस्टेरॉयड
यहां पर यह जानना बहुत जरूरी है कि एस्टेरॉयड की ताकत उनके शेप और स्पीड पर ज्यादा निर्भर करती है. दरअसल जब वे धरती से टकराते हैं तो बहुत ज्यादा ऊर्जा रिलीज करते हैं. इसीलिए ये परमाणु बम से कई गुना ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं. अगर कोई बड़ा क्षुद्रग्रह, जिसका आकार लगभग 90 मीटर (300 फीट) है, पृथ्वी से टकराता है, तो इससे भयंकर विनाश हो सकता है. इससे इमारतें ध्वस्त हो सकती हैं और बड़े क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं. 2013 में चेल्याबिंस्क उल्का घटना खतरों के प्रमुख उदाहरणों में से एक है. उस हवाई विस्फोट में लगभग 1500 लोग घायल हो गए थे तथा भयानक तरंगों व उड़ते मलबे के कारण एक बड़े क्षेत्र में हजारों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं.
नासा ने लगाया खतरे का अंदाजा
अगर कोई एस्टेरॉयड 38,000 मील प्रति घंटे (61,200 किमी/घंटा) की गति से आता है और यह आबादी वाले क्षेत्र पर गिरता है, तो तत्काल प्रभाव विनाशकारी हो सकते हैं. वहीं अगर यह किसी समुद्र या निर्जन भूमि पर गिरकर फटता है, तो नुकसान काफी कम होता है. लेकिन 2024 YR4 के गिरने को लेकर नासा ने उन संभावित रास्तों को तैयार कर लिया है, जहां पर यह खतरनाक एस्टेरॉयड गिर सकता है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगर यह धरती पर गितरा है तो 500 परमाणु बमों से ज्यादा ऊर्जा निकल सकती है. इससे कितना बड़ा विनाश होगा, इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है.
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