SIR List 2025: SIR के बाद किस राज्य में कितने वोटर्स के नाम कटे, यहां कर सकते हैं सबकुछ चेक
SIR List 2025: कई राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण प्रकिया पूरी हो चुकी है. आइए जानते हैं क्यों शुरू की गई थी है प्रकिया और इसके बाद कौन से राज्य में कितने वोटरों के नाम कटे हैं.

SIR List 2025: कई राज्यों में इलेक्टोरल रोल के विशेष गहन पुनरीक्षण को पूरा करने के बाद भारत के चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी कर दी है. आपको बता दें कि गुजरात में इसके बाद वोटरों की संख्या में काफी ज्यादा गिरावट देखने को मिली है. यहां पर बिहार और बंगाल से भी ज्यादा लोगों के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं. दरअसल इस प्रक्रिया का मकसद मरे हुए वोटरों, वे लोग जो परमानेंटली शिफ्ट हो गए हैं, और डुप्लीकेट एंट्री के नाम को हटाकर इलेक्टोरल रोल को साफ करना है.
क्यों शुरू किया गया एसआईआर
यह प्रक्रिया इस बात को पक्का करने के लिए की गई है कि चुनाव सही और अपडेटेड वोटर डेटा के आधार पर हो. समय के साथ माइग्रेशन, मौत और अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्र में डुप्लीकेशन की वजह से वोटर लिस्ट में गलतियां जमा हो जाती हैं. चुनाव आयोग ने बूथ लेवल अधिकारियों को रिकॉर्ड की फिजिकल जांच करने, डेथ रजिस्टर को क्रॉस चेक करने और पते को कंफर्म करने का निर्देश दिया. इसके बाद अयोग्य एंट्री को हटा दिया गया.
तमिलनाडु में सबसे ज्यादा नाम हटाए गए
अगर बात तमिलनाडु की करें तो सभी राज्यों में सबसे ज्यादा नाम यहीं पर हटाए गए हैं. रोल से लगभग 97.37 लाख वोटरों के नाम हटा दिए गए हैं. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक लगभग 66.4 लाख नाम उन वोटरों के थे जो परमानेंटली शिफ्ट हो चुके थे. इसी के साथ 26.9 लाख एंट्री मरे हुए वोटरों की थी.
गुजरात में वोटरों की संख्या में भारी गिरावट
गुजरात में एसआईआर प्रकिया के दौरान लगभग 73 लाख नाम हटा दिए गए. राज्य में रजिस्टर्ड वोटरों की कुल संख्या 5.08 करोड़ से घटकर 4.34 करोड़ हो गई है. चुनाव अधिकारियों के मुताबिक यहां पर नाम हटाने की मुख्य वजह अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में माइग्रेशन और डुप्लीकेशन था.
पश्चिम बंगाल और राजस्थान
पश्चिम बंगाल की ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल में लगभग 58.11 लाख नाम हटाए गए हैं. ठीक इसी तरह राजस्थान में भी रोल से लगभग 41.79 लाख वोटरों को हटाया गया है. दोनों राज्यों में अधिकारियों ने बताया है कि ज्यादातर नाम पते में बदलाव और लंबे समय के माइग्रेशन से संबंधित थे.
बिहार और छोटे क्षेत्र
अगस्त 2025 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में 65 लाख से ज्यादा नाम हटाए गए और इसी के साथ कई छोटे क्षेत्रों में भी खास सुधार देखने को मिले. गोवा में लगभग 10 लाख नाम, पुडुचेरी में एक लाख से ज्यादा और लक्षद्वीप में लगभग 1500 नाम हटाए गए.
अपने नाम को कैसे चेक करें
आपका नाम वोटर लिस्ट में है या फिर नहीं यह चेक करने के लिए वोटर सर्विस पोर्टल का इस्तेमाल किया जा सकता है. पोर्टल पर जाकर ईपीआईसी नंबर का इस्तेमाल करके ऑनलाइन सर्च कर सकते हैं. वोटर अपना ईपीआईसी नंबर 1950 पर भेज कर एसएमएस के जरिए भी चेक कर सकते हैं. इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन ऐप का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. साथ ही हटाई गई वोटर लिस्ट देखने के लिए अपने राज्य की सीईओ वेबसाइट पर जाकर या फिर फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए अपने स्थानीय बूथ लेवल ऑफिसर से भी संपर्क किया जा सकता है.
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Source: IOCL























