Sunita Williams Return to Earth: 9 महीने बाद स्पेस से लौटी सुनीता को कितने दिन की छुट्टी देगा NASA, क्या इस दौरान सैलरी मिलेगी?
Sunita Williams Return to Earth: सुनीता विलियम्स की धरती पर सफल लैंडिंग हो गई है. लेकिन अब धरती पर उनको कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. इसके लिए उनका रिकवरी पीरियड होता है, जब नासा उनको कुछ दिन की छुट्टी देगा.

Sunita Williams Return to Earth: एलन मस्क का रॉकेट ड्रैगन सफलतापूर्वक धरती पर लैंड कर चुका है. इसके साथ भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स समेत क्रू-9 के सदस्य बुच विल्मोर, निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव अंतरिक्ष में लगभग नौ महीने बिताने के बाद वापस लौटकर आ गए हैं. नासा समेत ये सभी के लिए ऐतिहासिक पल है जो कि उनकी और स्पेसएक्स की टीम की कड़ी मेहनत को दर्शाता है. अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर लौटने के बाद सेहत से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि आखिर नौ महीने स्पेस से वापस आने के बाद अब नासा सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को कितने दिन की छुट्टी देगा. क्या इस दौरान दोनों को सैलरी मिलती रहेगी या नहीं.
अंतरिक्ष ये वापस आने के बाद क्या दिक्कतें होती हैं
दरअसल अंतरिक्ष से वापस आने के बाद नासा इन यात्रियों को अपनी निगरानी में रखता है. जब ये फिट हो पाते हैं, तभी ये अपना आम जीवन शुरू कर सकते हैं. धरती पर वापस आने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को देखने में दिक्कत, चलने में समस्या, चक्कर आना और बेबी फीट जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. बेबी फीट में उनके तलवों की स्किन का मोटा हिस्सा निकल आता और वो बच्चों की तरह मुलायम हो जाते हैं. ऐसे में उनको काफी सारी दिक्कते होती हैं. पृथ्वी पर लौटने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को उनकी सुरक्षा और रिकवरी को देखते हुए तुरंत एक कुर्सी पर बैठाया जाता है और स्ट्रेचर के सहारे ही आगे लेकर जाया जाता है.
अब सुनीता विलियम्स को कितने दिन की छुट्टी देगा नासा
अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस आने के बाद खुद को फिर से यहां के वातावरण में ढालने में कई हफ्ते का वक्त लगता है. ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिर ये यात्री अंतरिक्ष से वापस आकर तुरंत तो काम करने की हालत में नहीं होते हैं, ऐसे में नासा उनको कितने दिन की छुट्टी देता है. नासा की वेबसाइट की मानें तो अंतरिक्ष यात्रियों के धरती पर लैंड करते ही उनकी रीकंडीशनिंग शुरू हो जाती है. ये पूरे 45 दिनों के लिए होती है, जो कि सातों दिन चलती है, ये हर दिन दो घंटे के लिए शेड्यूल की जाती है. शुरू में तो उनको चलने-फिरने, हार्ट से संबंधित जांच, मसल्स पर काम करना और बोन डेंसिटी को बढ़ाने पर जोर दिया जाता है. ये कार्यक्रम 45 दिनों तक आगे बढ़ता है और फिर टेस्टिंग रिजल्ट्स और मेडिकल स्टेटस के जरिए वो 45 दिन के बाद अपने काम पर वापस लौटते हैं.
क्या इस दौरान उनको सैलरी भी मिलेगी
चूंकि अंतरिक्ष से आने के बाद धीरे-धीरे शरीर ग्रैविटी में रहने के लायक हो जाता है और 45 दिनों के बाद ज्यादातर एस्ट्रोनॉट्स में रिकवरी देखी गई है. ये 45 दिन अंतरिक्ष यात्रियों का मिशन के बाद रिकवरी के लिए समय होता है और ये उनके मिशन का ही हिस्सा होता है. ऐसे में ये उनकी पेड लीव में काउंट होता है. इस दौरान अंतरिक्ष यात्रियों को उनकी सैलरी भी दी जाती है.
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