नतीजों से पहले विपक्ष में जोड़-तोड़ का खेल शुरू, चंद्रबाबू नायडू ने राहुल, अखिलेश-मायावती से की मुलाकात
चंद्रबाबू नायडू ने सभी नेताओं से कहा कि बीजेपी को बाहर रखकर अगली सरकार बनाने के लिए हमें एक साथ आना चाहिए और मिलकर काम चाहिए.

नई दिल्ली: अंतिम चरण के चुनाव से एक दिन पहले विपक्षी नेताओं ने अगली सरकार बनाने के लिए गठबंधन करने की कोशिशें तेज कर दी है. इसी कड़ी में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कांग्रेस, सीपीआई, एनसीपी, एसपी, बीएसपी और कई अन्य पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की. नायडू ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और उनके साथ सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने और एक संयुक्त विपक्षी गठबंधन बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सुबह के नाश्ते पर सीपीआई नेता सुधाकर रेड्डी और डी राजा से भी मुलाकात की और उनसे एक साथ आने के लिए कहा.
नायडू ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार और एलजेडी नेता शरद यादव से भी मुलाकात की. टीडीपी प्रमुख, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी, आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी समेत विभिन्न विपक्षी नेताओं से कई दौर की चर्चा कर चुके हैं. नायडू ने अखिलेश यादव और लखनऊ में बीएसपी प्रमुख मायावती से भी मुलाकात की है.
एक सूत्र ने बताया कि नायडू ने सभी नेताओं से कहा कि बीजेपी को बाहर रखकर अगली सरकार बनाने के लिए हमें एक साथ आना चाहिए और मिलकर काम चाहिए. सूत्रों ने बताया कि नायडू ने गांधी से यह भी कहा कि अगर बीजेपी को पर्याप्त सीटें नहीं मिलती हैं और फिर भी सरकार बनाने का दावा करती है तो ऐसी स्थिति में रणनीति तैयार रखनी चाहिए.
बीजेपी का विरोध करने वाले किसी भी दल का स्वागत है- नायडू नायडू की टीडीपी एनडीए का हिस्सा रही है और उसने कुछ महीने पहले गठबंधन छोड़ दिया था. नायडू ने शुक्रवार को कहा था कि न केवल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) बल्कि बीजेपी का विरोध करने वाले किसी भी दल का महागठबंधन में स्वागत है. विपक्षी दल अगली सरकार बनाने के लिए संयुक्त बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने पर जोर दे रहे हैं. लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित होने के बाद विभिन्न विपक्ष दलों के बीच चर्चा तेज हो सकती है. सभी गैर एनडीए दलों को एक साथ लाने के प्रयासों के बीच में कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी ने कांग्रेस और उनकी पार्टी के सदस्यों से एक-दूसरे के खिलाफ विवादित बयान ना देने का उन्होंने अनुरोध किया.
कुमारस्वामी ने ट्वीट किया, ''हम केंद्र में नई सरकार बनाने की कगार पर हैं. इस मोड़ पर जब केंद्र में गैर बीजेपी सरकार बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं तो ऐसे में गठबंधन नेताओं के विरोधाभासी बयान ऐसे प्रयासों को बिगाड़ सकते हैं.'' कुमारस्वामी ने कहा, ''इसलिए दोनों पार्टियों के नेताओं से मेरा विनम्र अनुरोध है कि जनता में विरोधाभासी-विवादित बयान देने से बचे.'' बहरहाल, पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस नेता एच डी देवेगौड़ा ने कहा कि वे सभी एकजुट हैं और कांग्रेस अगली सरकार बना रही है. कर्नाटक में पिछले कुछ समय से कांग्रेस और उसकी गठबंधन की सहयोगी जेडीएस के बीच वाकयुद्ध चल रहा है.
23 मई को विपक्षी दलों की बैठक हो सकती है BJD ने साफ कहा है कि अभी तक उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी से बराबर दूरी बनाए रखी थी, लेकिन अब जो ओडिशा के लिए काम करेगा वो उसका सपोर्ट करेंगे. उधर पटना में 23 मई को विपक्षी दलों की बैठक हो सकती है. बैठक में नतीजों के बाद बीजेपी सरकार को रोकने की संभावनाओं पर चर्चा होगी. चेन्नई में DMK नेता सरवनन ने कहा कि बीजेपी को तमिलनाडु में ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी. 23 मई को सोनिया की बैठक में DMK शामिल होगा.
सूत्रों के मुताबिक विपक्षी दलों को साथ लाने का काम UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अहमद पटेल, पी चिदंबरम, एमपी सीएम कमलनाथ और राजस्थान सीएम अशोक गहलोत को सौंपा है. सूत्रों के मुताबिक सोनिया ने इन चार नेताओं से कहा है कि क्षेत्रीय पार्टियों से समझौते की बात करें, खासतौर पर उन पार्टियों से जो UPA और NDA का हिस्सा नहीं हैं.
चुनाव आयुक्तों में असहमति के मुद्दे पर 21 मई को आयोग की बैठक
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Source: IOCL
















