शहीद हेमंत करकरे पर विवादित टिप्पणी कर फंसीं साध्वी प्रज्ञा, EC के नोटिस का आज देना होगा जवाब
जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर ने नोटिस जारी करके साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आचार संहिता के तहत एक दिन के भीतर हेमंत करकरे पर उनकी टिप्पणी के लिए स्पष्टीकरण देने को कहा है.
नई दिल्ली: साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान से न केवल पार्टी के लिए मुश्किल बढ़ाई है बल्कि खुद के लिए भी मुसीबत को न्योता दिया है. चुनाव आयोग ने साध्वी के शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए गए विवादित बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है. चुनाव आयोग ने नोटिस जारी करके साध्वी से सफाई मांगी है. साध्वी को अपना जवाब आज देना होगा. बता दें कि उनके द्वारा आतंकी हमले में शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए बयान पर अनेक संगठन और पार्टियां लगातार ऐतराज जता रही हैं.
मध्यप्रदेश चुनाव आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए साध्वी को नोटिस जारी किया है. जिला चुनाव अधिकारी और कलेक्टर ने नोटिस जारी करके साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को आचार संहिता के तहत एक दिन के भीतर हेमंत करकरे पर उनकी टिप्पणी के लिए स्पष्टीकरण देने को कहा है.
Bhopal: A notice has been issued to Pragya Singh Thakur by District Election Officer and Collector under model code of conduct seeking an explanation from her for her comment on Late Hemant Karkare within a day. (File pic) pic.twitter.com/cqnjQwRIRN
— ANI (@ANI) April 20, 2019
क्या कहा था साध्वी प्रज्ञा ने
बता दें कि भोपाल सीट से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए विवादित बयान दिया था. प्रज्ञा ने मुंबई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख दिवंगत हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. साध्वी प्रज्ञा ने भोपाल में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने करकरे से कहा था कि तुम्हारा सर्वनाश होगा. बता दें कि गुरुवार को बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को अपना कैंडिडेट बनाते हुए दिग्विजय सिंह के खिलाफ उतारा है.
क्या है पूरा मामला?
प्रज्ञा मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं. इस मामले की जांच करकरे के नेतृत्व में हुई थी. गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने मुंबई के कई स्थानों पर हमले किए थे. उसी दौरान करकरे और मुंबई पुलिस के कुछ अन्य अधिकारी शहीद हुए थे. शहीद हेमंत करकरे मालेगांव ब्लास्ट मामले की जांच कर रहे थे, जिसकी आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर हैं. मालेगाव ब्लास्ट मामले में साध्वी प्रज्ञा 9 साल जेल में रही, इसी दौरान हेमंत करकरे ने उनसे पूछताछ की थी.
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