एक्सप्लोरर

IAS Success Story: एक एवरेज स्टूडेंट से आईएएस ऑफिसर, कुछ ऐसा था अपराजिता का सफर

यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के दौरान अपराजिता को चिकनगुनिया हुआ, फ्रैक्चर हुआ फिर भी वे हताश नहीं हुयीं और 82वीं रैंक के साथ आईएएस परीक्षा पास कर ली

IAS Success Story: अपराजिता का नाम उनके नाना-नानी ने रखा था. इस नाम के पीछे भी एक कहानी है. दरअसल बचपन में अपराजिता शारीरिक रूप से काफी कमजोर थीं, जिससे उन्हें सामान्य काम करने में भी समस्या होती थी. लेकिन फिर भी वे हिम्मत नहीं हारती थीं और जब तक कार्य पूरा न हो जाये लगी रहती थीं. इसी वजह से उनके नाना ने उनका नाम अपराजिता रखा यानी कभी पराजित न होने वाली. अपराजिता ने जीवनभर अपने नाम को चरितार्थ किया और समस्या कैसी भी हो कभी घुटने नहीं टेके. आज जानते हैं अपराजिता के अपराजित होने की कहानी.

मां-बाप के बिना बीता बचपन

अपराजिता के माता-पिता ने बहुत छोटी उम्र में ही उन्हें नाना-नानी के पास छोड़ दिया था. अपराजिता का पूरा बचपन यहीं बीता. यहां तक कि आगे की पढ़ायी भी उन्होंने नाना-नानी के घर पर ही पूरी की. उनको प्यार दुलार के साथ ही कठिन परिस्थितियों में हिम्म्त न हारने का संबल भी इन्हीं से मिला. चूंकि अपराजिता डॉक्टर्स की फैमिली को बिलांग करती हैं तो बचपन से आईएएस बनने का सपना देखने के बावजूद उन्होंने पहले मेडिकल का क्षेत्र चुना. उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (PGIMS) से मेडिकल की पढ़ायी पूरी की. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी का मन बनाया. कुछ समय तैयारी करने के बाद उन्होंने साल 2017 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें उनका चयन नहीं हुआ. पर अपराजिता ने हिम्मत नहीं हारी और दोबारा कोशिश की.

बचपन में टीचर ने हैंडराइटिंग के कारण कॉपी चेक करने से किया था मना

अपराजिता उन कैंडिडेट्स के लिये बड़ा प्रेरणास्त्रोत हैं जिन्हें लगता है कि किसी भी बड़ी परीक्षा को पास करने वाले छात्र हमेशा से बहुत मेधावी होते हैं. अपराजिता का केस ऐसा नहीं था. वे बचपन से एक एवरेज स्टूडेंट थीं और उनके अंक भी बस ठीक-ठाक ही आते थे. उनकी बचपन की सबसे बड़ी और खराब मेमोरी तो उनकी हैंडराइटिंग हैं जो बहुत ही गंदी थी. वे क्या लिखती थी कुछ समझ नहीं आता था पर हद तो तब हुयी जब एक बार एक टीचर ने उनकी कॉपी ही चेक करने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें कुछ समझ ही नहीं आ रहा था. इस बात से अपराजिता को बहुत धक्का लगा. उन्होंने तभी तय कर लिया कि चाहे कितनी भी मेहनत करनी पड़े पर वे अपनी हैंडराइटिंग सुधारकर ही दम लेंगी. और उन्होंने कुछ प्रयासों के बाद ऐसा कर भी दिखाया. यही वो लाइफ का यू-टर्न था जहां से अपराजिता ने अच्छा करना शुरू कर दिया और एक के बाद एक परीक्षा पास करती गयीं. एमबीबीएस पास करना भी इसी कड़ी में अगली सफलता थी जो एवरेज स्टूडेंट्स के लिये आसान नहीं होती.

बचपन से देखा आईएएस बनने का सपना

एक बार अपराजिता अपने नाना के साथ कहीं जा रही थीं, जब उन्होंने पास से एक आईएएस ऑफिसर की गाड़ी को गुजरते देखा और अपने नाना से पूछा कि यह गाड़ी किसकी है. उनके नाना ने उन्हें बताया कि ये आईएएस ऑफिसर की गाड़ी है और ये लोग कैसे दूसरों की मदद कर सकते हैं. बस तभी से अपराजिता ने सोच लिया था कि वे भी एक दिन आईएएस ऑफिसर ही बनेंगी. हायर स्टडीज में पहुंचने के बाद जीवन में कुछ ऐसे घटनाक्रम हुये कि उन्हें पहले एमबीबीएस करना पड़ा पर सब कुछ सेटेल होते ही उन्होंने अपने सपने को पाने की ओर कदम बढ़ा दिया. हालांकि यह राह भी आसान  नहीं थी उनके घरवालों ने कहा था कि वे चाहती हैं तो एक बार ट्राय कर सकती हैं क्योंकि परिवार में सबका झुकाव मेडिकल की तरफ ही था.

मुश्किलों से भरा अपराजिता का सफर

अपराजिता को घर से एक साल की मोहलत मिली थी जिसमें उनके ऊपर परीक्षा पास करने का प्रेशर था. उस पर यूपीएससी की परीक्षा कहां इतनी आसानी से निकलती है. सारे प्रयासों के बावजूद अपराजिता का पहली बार में सेलेक्शन नहीं हुआ. खैर उनका मन देखकर परिवार वाले सपोर्ट में आ खड़े हुये और यह तय हुआ कि एक प्रयास तो और बनता है. अपराजिता ड्यूटी के साथ ही परीक्षा की तैयारी भी कर रही थी. ऐसे ही उनके पास डबल कामों का दबाव था इसी बीच उन्हें चिकनगुनिया हो गया. जैसा की हम जानते हैं यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिये एक-एक दिन का कितना महत्व है. ऐसे में बीमारी के नाम पर हफ्तों आराम नहीं कर सकते. जैसे-तैसे जीवन चल रहा था कि फ्रैक्चर हो गया. परीक्षायें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही थी. लेकिन अपराजित, अपराजिता ने एक बार फिर साबित किया कि वे रुकने वाली नहीं हैं. इसी हाल में उन्होंने न केवल परीक्षा दी बल्कि हरियाणा की रोहतक की अपराजिता सिंह सिनिसिनवाला ने साल 2018 की यूपीएससी परीक्षा 82वीं रैंक के साथ पास की और परिवार के भरोसे और अपने सपने को सच कर दिखाया.

अपराजिता की कहानी हमे सिखाती है कि नामुमकिन कुछ भी नहीं. अगर दिल में ठान लो तो कुछ भी पाया जा सकता है. संघर्ष सबके जीवन में होता है बस प्रकार अलग होता है. तो ईश्वर ने आपके लिये जो संघर्ष चुना है उससे डरने के बजाय उसे अपना लीजिये, जीत आपकी होगी.

Education Loan Information:
Calculate Education Loan EMI

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

'असली वजह क्या थी, अभी बता पाना मुश्किल', DGCA के कारण बताओ नोटिस का इंडिगो ने भेजा जवाब
'असली वजह क्या थी, अभी बता पाना मुश्किल', DGCA के कारण बताओ नोटिस का इंडिगो ने भेजा जवाब
Bihar Teacher Salary: नीतीश सरकार ने दी शिक्षकों को बड़ी खुशखबरी, अब हर महीने इस तारीख को मिलेगा वेतन
नीतीश सरकार ने दी शिक्षकों को बड़ी खुशखबरी, अब हर महीने इस तारीख को मिलेगा वेतन
वंदे मातरम् पर बहस क्यों जरूरी? राजनाथ सिंह ने संसद में ही दिया प्रियंका गांधी के सवाल का जवाब
वंदे मातरम् पर बहस क्यों जरूरी? राजनाथ सिंह ने संसद में ही दिया प्रियंका गांधी के सवाल का जवाब
IND vs SA T20 Head to Head: भारत या दक्षिण अफ्रीका, जानिए हेड टू हेड में किसका पलड़ा भारी; किसने नाम सबसे ज्यादा रन और विकेट
भारत या दक्षिण अफ्रीका, जानिए हेड टू हेड में किसका पलड़ा भारी; किसने नाम सबसे ज्यादा रन और विकेट

वीडियोज

'Nehru नहीं होते तो...' Vande Matram चर्चा पर Priyanka Gandhi ने Lok Sabha में क्या कहा? सुनिए
Khabar Filmy Hain: Dharmendra को याद कर क्यो रोए सलमान
Saas Bahu Aur Saazish: मंगल- कुसुम जा रहें है जोर्जिया
IT Refund Delay का असली कारण! हजारों Taxpayers के Refund क्यों रुके हैं? |Paisa Live
Amritsar पहुंचीं Cm Rekha Gupta, दरबार साहिब जाकर टेका माथा | Breaking | ABP News

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'असली वजह क्या थी, अभी बता पाना मुश्किल', DGCA के कारण बताओ नोटिस का इंडिगो ने भेजा जवाब
'असली वजह क्या थी, अभी बता पाना मुश्किल', DGCA के कारण बताओ नोटिस का इंडिगो ने भेजा जवाब
Bihar Teacher Salary: नीतीश सरकार ने दी शिक्षकों को बड़ी खुशखबरी, अब हर महीने इस तारीख को मिलेगा वेतन
नीतीश सरकार ने दी शिक्षकों को बड़ी खुशखबरी, अब हर महीने इस तारीख को मिलेगा वेतन
वंदे मातरम् पर बहस क्यों जरूरी? राजनाथ सिंह ने संसद में ही दिया प्रियंका गांधी के सवाल का जवाब
वंदे मातरम् पर बहस क्यों जरूरी? राजनाथ सिंह ने संसद में ही दिया प्रियंका गांधी के सवाल का जवाब
IND vs SA T20 Head to Head: भारत या दक्षिण अफ्रीका, जानिए हेड टू हेड में किसका पलड़ा भारी; किसने नाम सबसे ज्यादा रन और विकेट
भारत या दक्षिण अफ्रीका, जानिए हेड टू हेड में किसका पलड़ा भारी; किसने नाम सबसे ज्यादा रन और विकेट
Theatre Releases This Week: इस हफ्ते मिलेगा कॉमेडी-एक्शन का तगड़ा डोज, 'किस किस को प्यार करूं 2' समेत रिलीज होंगी ये फिल्में
इस हफ्ते मिलेगा कॉमेडी-एक्शन का तगड़ा डोज, थिएटर्स में रिलीज होंगी ये फिल्में
लिवर कैंसर से पहले शरीर करता है ये 5 इशारे, पहचान लिया तो बच जाएगी जान
लिवर कैंसर से पहले शरीर करता है ये 5 इशारे, पहचान लिया तो बच जाएगी जान
सफदरजंग में एडवांस्ड न्यूरोमॉड्यूलेशन ट्रीटमेंट फैसिलिटी शुरू, डिप्रेशन–OCD मरीजों का फ्री होगा इलाज
सफदरजंग में एडवांस्ड न्यूरोमॉड्यूलेशन ट्रीटमेंट फैसिलिटी शुरू, डिप्रेशन–OCD मरीजों का फ्री होगा इलाज
Video: धीरेंद्र शास्त्री पर छोटी बच्ची ने लुटाया प्यार, पहले वारा फिर रोते हुए दी फ्लाइंग किस- वीडियो वायरल
धीरेंद्र शास्त्री पर छोटी बच्ची ने लुटाया प्यार, पहले वारा फिर रोते हुए दी फ्लाइंग किस- वीडियो वायरल
Embed widget