कितने पढ़े लिखे हैं सोनम वांगचुक, जानें कहां-कहां से होती है उनकी कमाई?
सोनम वांगचुक का जन्म 1 सितंबर 1966 को लद्दाख के छोटे से गांव उलेटोकपो में हुआ. उनका बचपन चुनौतियों से भरा रहा. गांव में उस समय तकनीक की सुविधा नहीं थी, इसलिए वह 9 साल की उम्र तक पढ़ाई नहीं कर पाएं.

लद्दाख के लेह में 24 सितंबर को भारी हिंसा हुई थी. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. लद्दाख में यह हिंसा लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में जोड़ने को लेकर हो रहे आंदोलन के दौरान हुई थी. वहीं इस हिंसा को भड़काने का आरोप सरकार ने पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर लगाया था. इसके बाद सोनम वांगचुक पर एफआईआर दर्ज की गई थी. वहीं एफआईआर होने के बाद पुलिस ने सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं लद्दाख में हुई इस घटना के बाद सोनम वांगचुक को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया और उनकी हीरो वाली छवि विलेन में तब्दील हो गई. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि सोनम वांगचुक कितने पढ़े लिखे हैं और उनकी कमाई कहां-कहां से होती है.
सोनम वांगचुक का शुरुआती जीवन और पढ़ाई
सोनम वांगचुक का जन्म 1 सितंबर 1966 को लद्दाख के छोटे से गांव उलेटोकपो में हुआ. उनका बचपन बहुत साधारण और चुनौतियों से भरा रहा है. उनके गांव में उस समय आधुनिक तकनीक की सुविधा नहीं थी, इसलिए वह 9 साल की उम्र तक पढ़ाई नहीं कर पाएं थे. इसके बाद उन्हें पढ़ाई के लिए श्रीनगर भेजा गया. हालांकि यहां भी उन्हें पढ़ाई को लेकर काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा, क्योंकि उन्हें हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में दिक्कत आती थी. इसके बावजूद उन्होंने पढ़ाई जारी रखी. बाद में उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी श्रीनगर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. वहीं सोनम वांगचुक अपनी पढ़ाई का खर्चा बच्चों को ट्यूशन देकर निकालते थे.
सोनम वांगचुक का लद्दाख में शिक्षा सुधार और इनोवेशन
1988 में सोनम वांगचुक ने स्टूडेंट एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख की स्थापना की थी. इस संस्था का मकसद स्थानीय बच्चों को उनकी भाषा और संस्कृति के अनुरूप शिक्षा देना था. बाद में उन्होंने हिमालयन इंस्टीट्यूट आफ अल्टरनेटिव्स लद्दाख बनाया जिसे वैकल्पिक शिक्षा और रिसर्च का बड़ा केंद्र माना जाता है. उनकी इनोवेशन की सबसे बड़ी मिसाल की आइस स्टूपा तकनीक यानी कृत्रिम ग्लेशियर जिसकी मदद से पानी की समस्या काफी हद तक सुलझाई गई. इसी काम ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्थान पर पहचान भी दिलाई है.
कहां-कहां से होती है सोनम वांगचुक की कमाई
रिपोर्ट के अनुसार सोनम वांगचुक की कुल नेटवर्क वर्थ करीब 75 लाख रुपये हैं. हालांकि बताया जाता है कि उनके पास न तो आलीशान बंगले हैं और न ही महंगी गाड़ियां. सोनम वांगचुक ज्यादातर कमाई शिक्षा सुधार, पर्यावरण प्रोजेक्ट और समाज सेवा पर खर्च होती है. वहीं सोनम वांगचुक की कमाई के भी अलग-अलग सोर्स हैं. सोनम वांगचुक का यूट्यूब चैनल वांगचुक वर्ल्ड काफी पॉपुलर है. सोनम वांगचुक के इस चैनल पर 17 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर है. वहीं उनकी कमाई का एक बड़ा हिस्सा यूट्यूब चैनल से भी आता है. यूट्यूब चैनल से सोनम वांगचुक हर महीने लगभग 3 से 5 लाख रुपये कमाई करते हैं. इसके अलावा वह ग्लोबल मंचों पर स्पीच, लेक्चरर्स और कॉन्फ्रेंस के जरिये भी कमाई करते हैं. वहीं इंडियन आर्मी और अन्य संस्थाएं उनके साथ सोलर प्रोजेक्ट्स और पर्यावरण कामों से भी उन्हें फीस मिलती है.
3 इडियट्स से जुड़ा नाम
बॉलीवुड फिल्म 3 इडियट्स का किरदार फुंसुख वांगड़ू, सोनम वांगचुक से ही प्रेरित माना जाता है. फिल्म में जिस तरह से एक वैज्ञानिक शिक्षा और इनोवेशन के जरिए नए नजरिए से आगे बढ़ता है. वही काम असल जिंदगी में सोनम कर रहे हैं, इसी वजह से वह युवाओं के बीच भी काफी पॉपुलर माने जाते हैं.
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Source: IOCL
























