(Source: ECI / CVoter)
WhatsApp के आने के बाद UPI पेमेंट सिस्टम में कैसे इंकलाब आ जाएगा, 10 करोड़ यूजर जुड़ जाएंगे
NPCI के डेटा के अनुसार केवल मार्च के महीने में देश भर में लोगों ने कुल 504 करोड़ ट्रांजैक्शन यूपीआई के माध्यम से किया है. इसमें कुल 8,88,169 करोड़ रुपये का लेन देन किया गया है.
WhatsApp UPI Payment: नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने वाट्सऐप UPI पेमेंट्स में बड़े बदलाव किए हैं. अब NPCI ने वाट्सऐप पर यूपीआई यूजर्स को बढ़ाने का फैसला किया है. अब यह संख्या 10 करोड़ तक पहुंच गई है. इस फैसले के बाद से UPI पेमेंट सिस्टम से ज्यादा लोगों के जुड़ने की उम्मीद जताई जा रही है. पहले UPI वाट्सऐप पर केवल 40 मिलियन यानी 4 करोड़ लोग को ही यूपीआई का इस्तेमाल कर करने की परमिशन थी. लेकिन, इस संख्या को बढ़ाकर अब 60 मिलियन तक कर दिया गया है. इस फैसले के बाद अब टोटल वाट्सऐप पर यूपीआई यूजर्स की संख्या 100 मिलियन यानी 10 करोड़ तक पहुंच जाएगी.
मार्च बड़ी संख्या में लोगों ने किया UPI पेमेंट का इस्तेमाल
आपको बता दें कि मार्च के महीने में देश में UPI ट्रांजैक्शन करने वालों की संख्या में जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया है. NPCI के डेटा के अनुसार केवल मार्च के महीने में देश भर में लोगों ने कुल 504 करोड़ ट्रांजैक्शन यूपीआई के माध्यम से किया है. इसमें कुल 8,88,169 करोड़ रुपये का लेन देन किया गया है.
वॉट्सऐप का भारत में बड़ा यूजर बेस
आपको बता दें कि NPCI के इस फैसले के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि देश में UPI यूजर्स की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा सकती है. आपको बता दें कि पिछले साल नवंबर में NPCI ने वाट्सऐप को यूपीआई यूजर्स की संख्या 20 मिलियन से 40 मिलियन बढ़ाने की परमिशन दी थी. लेकिन, वॉट्सऐप यह लंबे समय से मांग कर रहा था कि NPCI को वॉट्सऐप यूजर्स की संख्या को रेगुलट नहीं करना चाहिए. आपको बता दें कि वॉट्सऐप का बेस भारत में बहुत बड़ा है.
कंपनी के भारत में मे 400 मिलियन यानी 40 करोड़ यूजर्स है. वॉट्सऐप एक पॉपुलर मैसेजिंग ऐप है. इस ऐप के द्वारा पेमेंट की खास बात ये है कि आप बिना किसी परेशानी केवल मोबाइल नंबर के इस्तेमाल से एक खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर कर पाएंगे. इससे देश में UPI पेमेंट के इस्तेमाल में अभूतपूर्व बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है.आपको बता दें कि इससे बड़ी कंपनियां जैसे Google Pay और PhonePe आदि को बड़ा नुकसान हो सकता है. गौरतलब है कि देश में किसी तरह का यूपीआई पेमेंट को रेगुलेट करने का अधिकार एनपीसीआई (NPCI) के पास है.
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