Interest Rate Cut: खुदरा महंगाई दर में कमी के चलते फिर ब्याज दरों में होगी कटौती, अप्रैल में RBI देगा सस्ते कर्ज की सौगात
CPI inflation Data: जनवरी 2025 में खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी के नीचे 4.3 फीसदी पर आ चुकी है. जिसके बाद कर्ज के और भी सस्ता होने की उम्मीद जताई जा रही है.

Retail Inflation News Update: अप्रैल महीने में जब आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होगी तब एक बार फिर महंगी ईएमआई से परेशान लोगों को राहत मिल सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि जनवरी 2025 में खुदरा महंगाई दर 5 फीसदी के नीचे 4.3 फीसदी पर आ चुकी है.
अप्रैल में और सस्ता होगा कर्ज!
नए वित्त वर्ष 2025-26 के शुरू होते ही अप्रैल महीने में आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक होगी. जिसमें खुदरा महंगाई दर में बड़ी गिरावट का संज्ञान लेते हुए आरबीआई फिर से रेपो रेट में कटौती का फैसला ले सकता है. इससे पहले पिछले हफ्ते ही आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी से घटाकर 6.25 फीसदी कर दिया था. जनवरी महीने में सब्जियों की कीमतों में गिरावट के चलते महंगाई में कमी आई है और बेहतर रबी फसलों के चलते महंगाई में और भी कमी आने की संभावना जताई जा रही है. नाईट फ्रैंक इंडिया के नेशनल डायरेक्टर रिसर्च विवेक राठी ने कहा, आरबीआई एमपीसी ने फऱवरी महीने में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. हालांकि महंगाई दर में उछाल की संभावना के बावजूद आने वाले मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक में आरबीआई की ओर से रेपो रेट में कटौती का सिलसिला जारी रह सकता है जिससे खपत और उपभोग को बढ़ावा दिया जा सके. खासतौर से इसका फायदा लोअर-इनकम ग्रुप को फायदा होगा जिनपर सबसे ज्यादा ऊंची ब्याज दरों का प्रभाव पड़ता है.
अप्रैल में फिर घटेगा रेपो रेट!
रासेंस प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और सीईओ संजय कुमार ने कहा, सीपीआई महंगाई 5 महीने के निचले लेवल पर आ पहुंची है. खाद्य वस्तुओं की कीमतों में कमी के चलते ऐसा हुआ है. खाद्य महंगाई पर नियंत्रण रखकर ही अर्थव्यवस्था में खपत को बढ़ावा दिया जा सकता है. खुदरा महंगाई दर के 4 फीसदी के करीब रहना पॉलिसी प्वाइंट के मद्देनजर सही है क्योंकि इसके चलते अप्रैल में ब्याज दरों में कटौती का संभावना खुला हुआ है. केयरएज रेटिंग्स की चीफ इकोनॉमिस्ट रजनी सिन्हा ने कहा, हमारा मानना है कि महंगाई दर मौजूदा वित्त वर्ष की चौथी तिमाही और वित्त वर्ष 2025-26 में 4.4 से 4.5 फीसदी औसतन रहने का अनुमान है. ऐसे में महंगाई दर में कमी के चलते अप्रैल में 25 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट में कटौती की संभावना है.
खाद्य महंगाई में आएगी कमी!
आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी का एलान करते हुए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, अक्तूबर 2024 में महंगाई दर के टोलरेंस बैंड के ऊपर जाने के बाद नवंबर और दिसंबर महीने में कमी देखने को मिली है. आने वाले दिनों में सप्लाई-साइड झटकों के बगैर बेहतर खरीफ फसलों के उत्पादन, ठंड में सब्जियों की कीमतों में कमी और शानदार रबी फसलों के संभावना के चलते खाद्य महंगाई का दबाव कम हो सकता है. उन्होंने कहा, कोर इंफ्लेशन में मामूली बढ़त आएगी. इस सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 में 4.8 फीसदी महंगाई दर का अनुमान जताया गया है जबकि चौथी तिमाही में 4.4 फीसदी महंगाई दर रह सकता है.
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Source: IOCL























