अंगोला के दौरे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, कारोबार के लिए भारत के लिए कितना अहम है यह अफ्रीकी देश?
India-Angola Relationship: रूस के अलावा भारत अंगोला से भी क्रूड ऑयल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स खरीदता है. नाइजीरिया के बाद अंगोला भारत के लिए तेल और LNG का दूसरा सबसे बड़ा सप्लायर है.

India-Angola Relationship: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इन दिनों दक्षिणी अफ्रीकी देश अंगोला के दौरे पर हैं. उनकी यह यात्रा भारत और अंगोला के बीच राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रही है, जो यहां किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की पहली यात्रा है. उन्होंने वहां लुआंडा में राष्ट्रपति भवन में अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लौरेंको के साथ मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने भारत की उर्जा सुरक्षा में अंगोला की महत्वपूर्ण भूमिका की जमकर तारीफ की.
तेल और LNG का बड़ा सप्लायर
रूस के अलावा भारत अंगोला से भी क्रूड ऑयल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स खरीदता है. नाइजीरिया के बाद अंगोला भारत के लिए तेल और LNG का दूसरा सबसे बड़ा सप्लायर है. इसके अलावा, अंगोला से भारत बडे़ पैमाने पर डायमंड और दूसरे कीमती पत्थर व लोहा, तांबा, एल्युमीनियम भी खरीदाता है. एक तरफ जहां रूसी तेल की खरीद को लेकर भारत पर अमेरिका का दबाव बढ़ता जा रहा है, उस स्थिति में अंगोला जैसे देशों पर एनर्जी खरीद की निर्भरता आगे आने वाले समय में बढ़ सकती है.
President Droupadi Murmu held wide ranging bilateral discussions with President João Manuel Gonçalves Lourenço.
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 9, 2025
The two leaders agreed to continue working together to deepen the cooperation, including in energy partnership, infrastructure, defence, health, agriculture, and… pic.twitter.com/qAlsS3twSD
भारत और अंगोला के बीच कारोबार
भारत और अंगोला के बीच लगभग 4.2 अरब डॉलर का कारोबार होता है. भारत अंगोला से लगभग 3.5 अरब डॉलर का आयात करता है. इनमें से ज्यादा तेल की खरीद की जाती है. इधर भारत से दवाइयां, मांस, लेदर प्रोडक्ट्स, ट्रैक्टर, व्हीकल्स, टेक्सटाइल और केमिकल जैसी चीजें अंगोला भेजे जाते हैं. इसके अलावा, भारत ने रक्षा उपकरणों की खरीद, उनके आधुनिकीकरण, सेनाओं की ट्रेनिंग के लिए 20 करोड़ डॉलर का लोन भी दिया है. दोनों देश एक-दूसरे की मदद के लिए तैयार रहते हैं.
एनर्जी सेक्टर के अलावा अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिक व्हीकल के क्षेत्र में भी दोनों देश एक-दूसरे को सहयोग कर सकते हैं. अपने इस राजकीय दौरे के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने भी कुछ ऐसा ही कहा. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड ट्रेनें अंगोला भेजे जा सकती हैं. इससे भारत की ही तरह वहां के भी रेल सेक्टर में क्रांति आ सकती है.
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Source: IOCL






















