Paytm IPO Listing Xplained: शेयर बाजार में 'Listing Loss' के बाद जानिये कैसे Paytm के IPO ने निकाले निवेशकों के आंखों से आंसू
Paytm IPO Disppoints: पेटीएम के आईपीओ के लिस्टिंग से उसके निवेशकों को बेहद निराशा हुई है. पेटीएम का शेयर लिस्टिंग के पहले ही दिन 27 फीसदी नीचे जा लुढ़का जिससे निवेशकों के 38,000 करोड़ रुपये डूब गये.
Paytm IPO: गुरुवार की सुबह जब आईपीओ इतिहास के सबसे बड़े Paytm IPO की स्टाक एक्सचेंज पर लिस्टिंग हो रही थी तो स्टॉक एक्सचेंज में इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा रोने लगे. लेकिन पेटीएम के लिस्टिंग के बाद जैसे पेटीएम के शेयर ने बाजार में कारोबार करना शुरू किया, जिन निवेशकों को पेटीएम के शेयर अलॉट हुये थे उन शेयरधारकों के आंखों से आंसू छलक उठे.
निवेशकों को Listing Loss
जैसी निराशा पेटीएम के निवेशकों को हुई है ऐसी निराशा हाल के दिनों में किसी भी आईपीओ के निवेशकों को लिस्टिंग के दौरान नहीं हुई थी. 18,300 करोड़ रुपये के Paytm के आईपीओ ने लिस्टिंग के कुछ ही घंटों के भीतर देखते ही देखते निवेशकों को 38,000 करोड़ रुपये की चपत लगा दी.
शेयर बाजार में लिस्टिंग से पहले पेटीएम का आईपीओ प्राइस के हिसाब से मार्केट वैल्यू 1.39 लाख करोड़ रुपये था और आज जब उसकी लिस्टिंग हुई तो उसका मार्केट कैप घटकर 101,182 करोड़ रुपये तक जा लुढ़का है. यानि सीधा मार्केट कैप में 38,000 करोड़ रुपये की सेंधमारी हो गई.
पेटीएम में गिरावट का आलम ये था कि शेयर ने अपने लिस्टिंग के पहले ही दिन लोअर सर्किट ( Lower Circuit) लगा दिया. आज का कारोबार खत्म होने पर पेटीएम 27.40 फीसदी की गिरावट के साथ 1560.80 रुपये पर बंद हुआ है. मतलब अपने इश्यू प्राइस 2150 रुपये से 590 रुपये नीचे जाकर पेटीएम का शेयर बंद हुआ है.
ब्रोकरेज हाउसेज ने घटाया टारगेट
माना जा रहा है कि पेटीएम के गिरावट का सिलसिला यहीं थमता नहीं दिख रहा. क्योंकि संस्थागत निवेशक इसमें और गिरावट की भविष्यवाणी कर रहे हैं. विदेशी ब्रोकरेज हाउस Macquarie ने तो पेटीएम का टारगेट घटाकर 1200 रुपये कर दिया है. यानि इश्यू प्राइस से करीब 44 फीसदी नीचे. Macquarie के मुताबिक पेटीएम का बिजनेस मॉडल में दिशा का अभाव है. उसके मुताबिक पेटीएम के लिये मुनाफा बनाने बड़ी चुनौती है.
शेयर बाजार में पेटीएम की लिस्टिंग के बाद इसके बिजनेस मॉडल पर सवाल खड़ा करने के साथ मार्केट वैल्यूएशन पर भी सवाल खड़े किये जा रहे हैं. क्या पेटीएम ने अपना आईपीओ प्राइस काफी ऊंचा रखा था. क्योंकि आईपीओ में आवेदन करने के लिये निवेशकों के बीच कोई उत्साह नहीं था.
छोटे निवेशकों को सतर्क रहने की जरुरत
एक के बाद एक कई फिनटेक कंपनियां समेत दूसरी कंपनियां बाजार से पैसा उगाहने के लिये अपना आईपीओ लेकर आ रही है. छोटे निवेशक से लेकर संस्थागत निवेशक आईपीओ में खुब पैसा लगा रहे हैं. कुछ आईपीओ लिस्टिंग के दौरान आईपीओ प्राइस से 200 फीसदी ऊपर जाकर लिस्ट हो रही हैं. लेकिन जानकारों के मुताबिक निवेशकों को आईपीओ में निवेश करने के दौरान सावधानी बरतनी चाहिये. उनके बिजनेस मॉडल का अध्ययन करना चाहिये तभी पैसा लगाना चाहिये.
पेटीएम के आईपीओ से निवेशकों को सबक
पेटीएम के आईपीओ से निवेशकों के साथ साथ कंपनियों के प्रोमोटरों और मर्चेंट बैंकरों को भी सबक मिलती है, जो ऊंची कीमत पर अपने आईपीओ में शेयर का प्राइस बैंड तय करते हैं. कोई भी निवेशक तभी आईपीओ में पैसा लगाएगा जब उसे रिटर्न की उम्मीद होगी. पेटीएम के आईपीओ के इस हश्र के बाद कई जानकार मानते हैं कि आईपीओ बाजार की रौनक को झटका लग सकता है. और दूसरी कई कंपनियां जो अपना आईपीओ लाने की तैयारी में थी उनके मंसूबों पर पानी फिर सकता है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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