(Source: ECI / CVoter)
Adani Stake Sale: राजीव जैन की जीक्यूजी पार्टनर्स ने अब अडानी की इस कंपनी में खरीदा हिस्सा, ब्लॉक डील से बनी बात
Adani Block Deal: हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी समूह की कंपनियों को जीक्यूजी पार्टनर्स से बड़ा सपोर्ट मिला है. राजीव जैन की फर्म लगातार अपनी होल्डिंग बढ़ा रही है...
राजीव जैन की इन्वेस्टमेंट कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स ने एक बार फिर से अडानी समूह में बड़ा निवेश किया है. इस बार जीक्यूजी पार्टनर्स ने समूह की कंपनी अडानी पावर में ब्लॉक डील के जरिए 8 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदी है. ऐसा बताया जा रहा है कि जीक्यूजी पार्टनर्स ने यह ब्लॉक डील संभवत: अडानी पावर के प्रमोटर्स के साथ की है.
8 फीसदी से ज्यादा शेयरों की डील
ईटी नाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार, आज बुधवार के कारोबार में अडानी पावर के 8.1 फीसदी शेयरों का ब्लॉक डील के जरिए सौदा हुआ. इस ब्लॉक डील में संभवत: प्रवर्तकों ने अपनी हिस्सेदारी बेची है. ब्लूमबर्ग ने भी अडानी पावर के शेयरों में बुधवार को हुए ब्लॉक डील की जानकारी दी है. ब्लूमबर्ग ने बताया है कि आज के कारोबार में अडानी पावर के शेयरों के लिए 5 ब्लॉक डील हुई.
करीब 1 बिलियन डॉलर में बनी बात
ब्लूमबर्ग के अनुसार, 5 ब्लॉक डील में अडानी पावर के करीब 310.9 मिलियन शेयरों का सौदा हुआ. इनकी वैल्यू करीब 1 बिलियन डॉलर बताई जा रही है. अभी राजीव जैन की जीक्यूजी पार्टनर्स ने ये डील करने और फिर से अडानी के शेयरों को खरीदने के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है. इससे पहले जीक्यूजी पार्टनर्स कई मौकों पर अडानी के शेयरों को खरीद चुकी है.
पहले भी इस तरह किया निवेश
जनवरी में हिंडनर्ब की रिपोर्ट सामने आने के बाद जीक्यूजी पार्टनर्स ने लगातार अडानी समूह की कंपनियों में अपना निवेश बढ़ाया है. सबसे पहले मार्च में उसने अडानी एंटरप्राइजेज समेत अडानी की 4 कंपनियों में 15 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया था. उसके बाद जीक्यूजी ने जून में अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी ग्रीन एनर्जी में फिर से करीब 8,265 करोड़ रुपये का निवेश किया था. उसी महीने जीक्यूजी ने अडानी ट्रांसमिशन के करीब 1.9 फीसदी शेयरों को 1,676 करोड़ रुपये में खरीदा था.
लगातार बढ़ा रही है हिस्सेदारी
जून 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार, जीक्यूजी पार्टनर्स की हिस्सेदारी अडानी एंटरप्राइजेज में 2.67 फीसदी और अडानी ग्रीन एनर्जी में 3.5 फीसदी थी. राजीव जैन ने कुछ ही समय पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि उनकी कंपनी का टारगेट अडानी समूह की कंपनियों में प्रवर्तकों के बाद सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बनने का है.
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