एंड्रॉयड, Pixel और क्रोम टीम से गूगल ने सैकड़ों कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता
Google layoff Employees: गूगल अपने यहां पर काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ये सभी स्टाफ एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर, Pixel स्मार्टफोन और क्रॉम ब्राउजर यूनिट में काम कर रहे थे.

Google layoff Employees: तकनीक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Alphabet के गूगल अपने यहां पर काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ये सभी स्टाफ एंड्रॉयड सॉफ्टवेयर, Pixel स्मार्टफोन और क्रॉम ब्राउजर के लिए काम कर रहे थे. 'द इनफॉर्मेशन' के हवाले से ये जानकारी सामने आयी है.
इस साल की शुरुआत में में स्वैच्छिक रुप से कंपनी छोड़ने के के कंपनी के प्रस्ताव के बाद ये कदम उठाया गया है. जनवरी के महीने में कंपनी की तरफ से यूनिट से कुछ लोगों को स्वैच्छिक रुप से एग्जिट करने को कहा गया था. सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एंड्रॉयड, क्रोम, ChromeOS, गूगल फोटोज, गूगल वन, पिक्सल, फिटबिट और नेस्ट में करीब 25 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं.
अमेरिकी मीडिया ने खबर दी थी कि 2025 की शुरुआत में गूगल ने वहां के कर्मचारियों को टारगेट करते हुए स्वैच्छिक एग्जिट प्रोग्राम चलाया था. 2024 में सीनियर वाइस प्रसिडेंट Rick Osterloh के नेतृत्व में गूगल के एंड्रॉयड और हार्डवेयर का मर्जर किया गया था, ताकि प्रोडक्ट्स में AI फीचर का इंटीग्रेशन और पूरे कंपनी के ऑपरेशन को व्यवस्थित ढ़ंग से किया जा सके.
इससे पहले सीएनबीसी ने ये खबर दी थी कि आंतरिक बदलाव के चलते पीपुल ऑपरेशंस और क्लाउड डिविजन से गूगल अपने कर्चमारियों को हटाने पर विचार कर रहा है. 31 दिसंबर 2024 के डेटा के मुताबिक, गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet Inc. में करीब 1,83,323 कर्मचारी काम कर रहे थे, जो उसके पिछले साल की तुलना में 821 (0.45%) का इजाफा था.
साल 2025 के चौथे तिमाही में Alphabet को उसकी अपेक्षा के अनुरूप कमाई नहीं हो पाई थी. कंपनी ने 96.56 बिलियन डॉलर कमाई की उम्मीद की थी और उसकी कमाई 96.46 बिलियन डॉलर रही. यूट्यूब का एड रिवैन्यू उसकी अपेक्षा से 10.47 बिलियन डॉलर ज्यादा रहा जबकि गूगल क्लॉड के रिवन्यू में 11.95 बिलियन डॉलर की कमी रही. हालांकि, ओवर ऑल कंपनी ने सालाना 12 प्रतिशत अपनी रिवैन्यू में इजाफा किया. लेकिन महत्वपूर्ण सेक्टर जैसे- एडवरटाइजिंग, सर्च, यूट्यूब और सर्विसेज में पिछले साल के क्वार्टर की तुलना में कमी रही, जिसने निविशकों में चिंता पैदा कर दी.
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