FADA रिपोर्ट: मई 2025 में यात्री वाहन बिक्री में 3% की गिरावट, भारत-पाक तनाव बनी बड़ी वजह
FADA Report 2025: भारत-पाकिस्तान तनाव और एंट्री-लेवल मॉडल्स की मांग में गिरावट के चलते मई 2025 में पैसेंजर वाहनों की रिटेल बिक्री 3% घटकर 3,02,214 यूनिट रह गई, जबकि मई 2024 में यह 3,11,908 यूनिट थी.

FADA Report May 2025: फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने मई 2025 के लिए वाहन बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, भारत-पाकिस्तान के बीच जारी सीमा तनाव और संघर्ष के चलते कई राज्यों में उपभोक्ताओं ने वाहन खरीदने का निर्णय टाल दिया, जिससे पैसेंजर व्हीकल्स की खुदरा बिक्री में 3% की गिरावट दर्ज की गई.
FADA की रिपोर्ट के अनुसार, मई 2025 में पैसेंजर व्हीकल्स की कुल खुदरा बिक्री 3,02,214 यूनिट रही, जबकि मई 2024 में यह आंकड़ा 3,11,908 यूनिट था.
क्यों गिरी पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री?
इस 3% की गिरावट के पीछे कई कारण जिम्मेदार माने जा रहे हैं. सबसे बड़ा कारण भारत-पाकिस्तान के बीच जारी सीमा तनाव और सैन्य संघर्ष को माना जा रहा है, जिसके चलते पंजाब, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में ग्राहकों ने वाहन खरीदने में देरी की.
प्रवेश स्तर के मॉडलों की मांग में कमजोरी
इसके अलावा, प्रवेश स्तर के मॉडल्स यानी लो-सेगमेंट की कारों की मांग में कमी देखी गई, क्योंकि इन पर सबसे ज्यादा असर सीमित फाइनेंसिंग विकल्पों और कमजोर उपभोक्ता भावना का पड़ा. खासकर कम आय वर्ग के ग्राहकों ने आर्थिक अनिश्चितता के चलते खरीद को टाल दिया. हालांकि FADA ने यह भी स्पष्ट किया कि बुकिंग्स अच्छी रही, लेकिन डिलीवरी को जानबूझकर आगे बढ़ाया गया.
दोपहिया वाहनों में आई 7% की बढ़त
दोपहिया वाहनों की बिक्री ने इस गिरावट के बीच अच्छा प्रदर्शन किया. मई 2025 में दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 7% बढ़कर 16,52,637 यूनिट हो गई, जबकि मई 2024 में यह संख्या 15,40,077 यूनिट थी. इस बढ़त के पीछे कई सकारात्मक कारण रहे, जैसे कि शादी-विवाह के अधिक मुहूर्त, मजबूत रबी फसल, और मानसून से पहले की ग्रामीण मांग. इसके अलावा, अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक सक्रियता के चलते इस सेगमेंट को मजबूती मिली. वहीं, वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई.
Commercial vehicle की बिक्री में 4% की गिरावट
माल ढुलाई में कमी और नकदी की समस्या (Liquidity Crunch) के कारण मई 2025 में वाणिज्यिक वाहनों की खुदरा बिक्री 4% घटकर 75,615 यूनिट पर आ गई. इसके पीछे मुख्य वजहें फाइनेंसिंग में देरी, और कमोडिटी तथा ट्रांसपोर्ट से जुड़े व्यवसायों में मंदी रही. यह स्थिति उस समय देखने को मिली जब ई-कॉमर्स, लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट कंपनियों की गतिविधियां सीमित हो गई थीं.
हालांकि, तिपहिया वाहनों ने अच्छी मजबूती दिखाई. मई 2025 में तिपहिया वाहनों का पंजीकरण 6% बढ़कर 1,04,448 यूनिट पर पहुंच गया. बसों की बिक्री में भी थोड़ी राहत देखने को मिली, जिससे यह सेगमेंट स्थिर बना रहा. हालांकि, यात्री लोडिंग और कमोडिटी लोडिंग वाले तिपहिया वाहनों के लिए फाइनेंसिंग में देरी अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है.
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