गुरुवार के दिन को भूलकर भी न करें ये काम, ये उपाय आजमाएं
लोगों का विश्वास है कि गुरुवार के दिन कुछ काम नहीं करना चाहिए क्योंकि इनका नकारात्मक प्रभाव जीवन पर होता है और इसकी वजह से आर्थिक तंगी हो सकती है.

प्रचलित विश्वास के मुताबिक कुछ कामों को गुरुवार को करना शुभ नहीं माना जाता है. लोगों का विश्वास है कि गुरुवार के दिन कुछ काम नहीं करना चाहिए क्योंकि इनका नकारात्मक प्रभाव जीवन पर होता है और इसकी वजह से आर्थिक तंगी हो सकती है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, गुरुवार के दिन कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें करने से देवगुरु बृहस्पति कमजोर होते हैं. बता दें गुरुवार का दिन देवगुरू बृहस्पति का है. मान्यता है कि सुखद पारिवारिक जीवन, शिक्षा, ज्ञान और धन इनकी कृपा से ही प्राप्त होता है.
-मान्यता है कि गुरूवार के दिन नाखून नहीं काटने चाहिए. इस दिन शेव करने को भी मना किया जाता है. माना जाता है ऐसा करने देवगुरू बृहस्पति से अशुभ फल प्राप्त होते हैं.
-धार्मिक विश्वास है कि गुरूवार को महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए. कहा जाता है की इससे संपत्ति और संपन्नता सुख में कमी आती है.
-पिता, गुरू और साधु-संत बृहस्पति का प्रतिनिधि करते हैं. इसलिए कभी भी इनका अपमान न करें.
-गुरूवार के दिन कपड़े भी नहीं धोने चाहिए. केले के फल का सेवन नहीं करना चाहिए. गुरूवार के दिन दिन केले के वृक्ष की पूजा होती है.
क्या करना चाहिए गुरूवार को
-ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अगर किसी की कुंडली में बृहस्पति ग्रह है तो उसके विवाह में बाधा आती है. इसके लिए गुरुवार को केले के वृक्ष की जड़ में जल अर्पित करना करें. शुद्ध घी का दीपक जलाकर गुरु के 108 नामों का उच्चारण करना चाहिए. ऐसा करने से विवाह में आ रही अड़चने दूर होती हैं.-गुरुवार के दिन केसर पीला चंदन या फिर हल्दी का दान करना बहुत शुभ होता है. इससे घर में सुख-शांति आती है और बीमारी दूर भागती है. बृहस्पति देव को पीला रंग बहुत प्रिय हैं और वे पीले रंग का पीतांबर धारण करते हैं. इसलिए इनकी पूजा में हल्दी का उपयोग होता है.
-गुरुवार को पूजा करने के बाद माथें पर तिलक लगाएं. गुरुवार के दिन माथे पर पीले चंदन या हल्दी का तिलक लगाना चाहिए इससे गुरु मजबूत होता है.
-गुरुवार को व्रत रखना चाहिए, पीले रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए और खाने में पीली वस्तुओं को शामिल करना चाहिए.
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Source: IOCL


















