पीठ के ऊपरी भाग पर बने जन्म चिन्ह विश्वासघात को दर्शाते हैं. ज्योतिषियों के अनुसार, ऐसी आत्माओं को पिछले जन्म में शारीरिक या मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था.
Birth Mark: आपके शरीर पर निशान खोलते हैं पिछले जन्म के रहस्य! जानें क्या है इसका गहरा अर्थ
Birth Mark: सामुद्रिक शास्त्र और लाल किताब में शरीर के अलग-अलग हिस्सों में जन्म चिन्ह (Birth Mark) को पिछले जन्म की यादों और कर्मों से जोड़कर देखा जाता है. जानिए शरीर पर इन चिन्हों के होनेे का मतलब?

Birth Mark: मानव शरीर पर जन्म चिन्ह हमेशा से ही ज्योतिषी, आध्यात्मिक विचारक और मनोवैज्ञानिक को अपनी ओर आकर्षित करते रहे हैं. आनुवंशिकी (genetics) से परे कई ऐसी प्रचलित मान्यताएं हैं जो खास चिन्ह को कर्मों के निशान और पिछले जन्म की स्मृतियों को दर्शाते हैं. यह हमारे डर, व्यवहारिक पैटर्न और भावनात्मक प्रतिक्रिया को दिखाते हैं.
जन्म तिथि से जुड़ी संबंधित कर्म ज्योतिष और पूर्व जन्म के पैटर्न का अध्यनन करने वाले ज्योतिषी बताते हैं कि, जन्म चिन्ह का स्थान आत्मा द्वारा अपने साथ लाई गई किसी खास अनसुलझी रहस्यों को दर्शते हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि, ये तनाव लोगों को डराने की बजाए उन्हें आत्म जागरूकता और उपचार के लिए जानी जाती है.
यदि आपके चेहरे पर जन्म चिन्ह दिखाई देता है, तो यह कोई डर का संकेत नहीं, बल्कि ऐसा मानना है कि, अक्सर सच बोलने या अलग दिखने की वजह, ऐसे लोग पिछले जन्म में उत्पीड़न, मजाक या अस्वीकृति का सामना करना पड़ होगा.
गर्दन या गले पर जन्म जन्म चिन्ह
गर्दन या गले पर जन्मजात कोई निशान होता है, तो उसे आवाज खोने के डर से जोड़ा जाता है. हो सकता है कि, इन लोगों को पिछले जन्म में शारीरिक या भावनात्मक शांत करा दिया गया हो.
छाती या हृदय पर जन्म चिन्ह
छाती या हृदय पर जन्म चिन्ह का होना इस बात को दर्शाता है कि, भावनात्मक कमजोरी भय हृदय के पास किसी निशान से जुड़ा होता है. आत्मा पर गहरे घाव पिछले जन्म के विश्वासघात, तनावपूर्ण रिश्तों या दुख का कारण हो सकता है.
नाभि या पेट पर जन्म चिन्ह
पेट या नाभि के आस-पास जन्म चिन्ह इस बात को दर्शाता है कि, पिछले जन्म में आप जीवन रक्षा संबंधी समस्याओं, परित्याग या किसी अपने को खोआ है. इस जीवन में नियंत्रण, सुरक्षा और आजादी को लेकर तनाव में रह सकते हैं.
पीठ, विशेषकर ऊपरी पीठ
माना जाता है कि, पीठ के ऊपरी भाग पर बने निशान विश्वासघात को दर्शाते हैं. ज्योतिषियों के मुताबिक पिछले जन्म में इन आत्माओं को शारीरिक या मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था.
भुजाएं या उंगलियों पर जन्म चिन्ह
उंगलियों या हाथों पर कहीं भी जन्म चिन्ह का होना पर्याप्त मेहनत न करने के डर को सताता है. कर्म के लिहाज से यह पिछले जन्म के किशी पश्चाताप की ओर संकेत करता है.
पैर या पंजे पर जन्म चिन्ह का निशान
पैरों या पंजों पर किसी भी तरह का निशान दिशा या स्थिरता खोने की चिंता की ओर इशारा करता है. माना जाता है कि, पिछले जन्म में इन आत्माओं का विस्थापन, निर्वासन या जबरदस्ती यात्रा का सामना करना पड़ हो. उन्हें लगाव औक अपनेपन की बेहद जरूरत होती है.
पीठ के निचले भाग या रीढ़ की हड्डी के पास जन्म चिन्ह
कमर के निचले भाग या रीढ़ क हड्डी के नजदीक जन्मचिन्ह निर्भरता या शोषण के डर को दर्शाता है. पिछले जन्म के अनुभवों के आधार पर सत्ता में असंतुलन और विश्वासघात का सामना करना पड़ सकता है. यह चिन्ह आत्म सम्मान, भावनात्मक और शारीरिक रूप से आत्मनिर्भरता को दर्शाने की क्षमता प्रदान करता है.
कान के पीछे या खोपड़ी पर चिन्ह
कान या खोपड़ी पर जन्म चिन्ह का होना असामान्य स्थितियों को दर्शाता है. ज्योतिषियों के मुताबिक, ऐसे लोगों में पिछले जन्म से ही आध्यात्मिक समझ अधिक होती है, लेकिन वे इसपर पूरी तरह से भरोसा करने से बचते हैं.
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Frequently Asked Questions
पीठ के ऊपरी भाग पर जन्म चिन्ह का क्या मतलब है?
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