Mahakumbh 2025: महाकुंभ में कैसी है जूना अखाड़ा की तैयारी? अवधेशानंद गिरि को सुनिए |
MahaKumbh 2025: प्रयागराज की संगम नगरी में महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए साधु-संतों का आना शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में महाकुंभ की धरती पर सनातन का परचम लहराने के लिए दिगंबर नागा बाबा और खड़ेश्वर नागा बाबा भी पहुंच गए हैं।2025 में महाकुंभ मेले की शुरुआत 13 जनवरी हो रही है. इसका समापन 26 फरवरी को होगा. महाकुंभ की शुरुआत पौष पूर्णिमा स्नान के साथ होती है और महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के साथ कुंभ पर्व की समाप्ति हो जाती है.महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में वैसे तो कई चीजें हैं, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहीं हैं. लेकिन बात करें पंडालों की, तो ये पंडाल महाकुंभ में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. ये पंडाल अवधेशानंद गिरि महाराज का है, जिसे 35 दिनों के अंदर तैयार किया गया है.


























