Wind Energy से 2030 तक कैसे भारत बन जाएगा आत्मनिर्भर? समझिए | Solar Energy | Wind Energy। | Adani
भारत वर्तमान में ऊर्जा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, जहाँ पवन ऊर्जा (Wind Energy) देश की आर्थिक दशा और दिशा को बदलने में मुख्य भूमिका निभा रही है। आज भारत दुनिया में चौथी सबसे बड़ी पवन ऊर्जा क्षमता वाला देश बन चुका है, जो न केवल हमारे पर्यावरण को स्वच्छ बना रहा है, बल्कि ऊर्जा सुरक्षा के मामले में भारत को 'आत्मनिर्भर' भी बना रहा है। इस प्रगति का सबसे सकारात्मक पहलू 'रोजगार के बढ़ते अवसर' हैं; आज टर्बाइन निर्माण से लेकर उनके रखरखाव और इंजीनियरिंग तक के क्षेत्रों में लाखों युवाओं को रोजगार मिल रहा है। 'मेक इन इंडिया' अभियान के तहत भारत अब दुनिया के लिए विंड टर्बाइन का मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है, जिससे विदेशी निवेश बढ़ रहा है और ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। संक्षेप में कहें तो, पवन ऊर्जा न केवल भारत के गांवों को रोशन कर रही है, बल्कि यह एक सशक्त, हरित और समृद्ध भारत के निर्माण का नया आधार बन गई है।


























