Assembly Elections: झारखंड में Rahul Gandhi का संविधान वाला प्रहार...कितनी धार? | ChitraTripathi
ABP News TV | राहुल ने आरोप लगाया कि लड़ाई संविधान और मनुस्मृति के बीच है और ये लड़ाई हज़ारों साल पुरानी है...उन्होंने बीजेपी पर आदिवासी पहचान मिटाने की कोशिश का भी आरोप लगाया और हुंकार भरी कि जब उनकी सरकार आएगी तो जातिगत जनगणना होकर रहेगी और 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा हटा दी जाएगी...राहुल ने रांची में जो कहा वो कोई नई बात नहीं है...लोकसभा चुनाव के पहले से ही राहुल गांधी इस तरह के आरोप लगा रहे हैं और सामाजिक न्याय का भरोसा दिला रहे हैं...लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस को उम्मीद से ज़्यादा सीटें मिलीं तो कहा जाने लगा कि ये राहुल की संविधान और सामाजिक न्याय को लेकर लड़ाई का नतीजा है...लेकिन लोकसभा चुनाव के चार महीने बाद ही जब हरियाणा में चुनाव हुए तो राहुल के इस मुद्दे का कोई असर नहीं दिखा...यहां तक कि सामाजिक न्याय की लड़ाई के राहुल के दावे के बावजूद हरियाणा के OBC बीजेपी की जीत का बड़ा फैक्टर बने...राहुल का संविधान का मुद्दा भी नहीं चल पाया और जो दलित लोकसभा चुनाव के दौरान हरियाणा में कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई दिए उनका एक बड़ा हिस्सा बीजेपी की ओर शिफ्ट कर गया...ज़ाहिर है हरियाणा के नतीजों के बाद बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने का मौका मिल गया...हरियाणा नतीजे के अगले ही दिन पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस हिंदुओं को जाति के नाम पर तोड़ना चाहती है...इतना ही नहीं पीएम मोदी से लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत और सीएम योगी आदित्यनाथ जैसे नेता हाल के दिनों में हिंदू एकजुटता पर ज़ोर दे रहे हैं...आज के महादंगल में बात राहुल गांधी के कास्ट कार्ड की होगी...सवाल ये कि हरियाणा में जाति फेल होने के बाद क्या झारखंड में होगा खेल? सवाल ये भी कि राहुल के संविधान वाले प्रहार में कितनी धार है? साथ ही तुलना होगी राहुल के जाति कार्ड और पीएम मोदी के हिंदू जोड़ो अपील की...चित्रा त्रिपाठी के साथ महादंगल में इस ही मुद्दे पर जोरदार बहस...