दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के बाद आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच तीखी बहस छिड़ गई है. आप का दावा है कि वह प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी, जबकि बीजेपी का कहना है कि दिल्ली की जनता ने अपना मूड बदल दिया है. आप ने अपने काम और नीतियों को आगे रखा, वहीं बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. दोनों दल 8 फरवरी के नतीजों को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं. यह चुनाव दिल्ली के विकास और राजनीतिक भविष्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. वो ये की सबसे बड़ी यूएस पी ईमानदारी सबसे बड़ा चेहरा अरविंद केजरीवाल और वो जो आम आदमी पार्टी के ट्रम काट उसी की तो काट करी ना बी जे पी ने इस बार तो फिर बड़ी जीत कैसे? 5 जनवरी से लेकर के 3 फरवरी तक पूरा चुनाव देखिए। हम लोगों ने मुद्दों की राजनीति की है हमने। नैरेटिव फेड किया। हमारे पास नीती था, हमारे पास नियत था, हमारे पास नेता था, हमारे पास एजेंडा था। हम दिल्ली की जनता को बता रहे थे कि पिछले 10 सालों में हमने ये ये कार्य किया। अगले पांच सालों में ये कार्य करेंगे। अरविंद केजरीवाल जी ने जनता की अदालत में इस चीज़ को स्वीकार किया। तीन काम हमसे अधूरा रह गया चाहे वो यमुना की सफाई हो, चाहे वो पानी वाला मुद्दा हो, चाहे वो रोड वाला मुद्दा हो। ये अरविंद केजरीवाल जी ने माना और हम लोगों ने ईमानदारी की। जहाँ तक भारतीय जनता पार्टी ने खूब कीचड़ उछाला, खूब कीचड़ उछाला लेकिन एक भी कीचड़ हमारे ऊपर चिपकाने क्योंकि देश दिल्ली की जनता भी जानती है की अरविंद केजरीवाल जी को फर्जी मुकदमे में क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का ये जजमेंट था। सुप्रीम कोर्ट ने ये बोला कि 2 मिनट भी ये केस पूरी तरीके से तो ये भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में बनाया गया। ये दिल्ली की एक एक जनता के बीच में था नंबर। वो मामला कोर्ट में है और ये भी हम सब जानते हैं। किस तरीके से अदालत में केस की मेरिट पर बात नहीं करेंगे। अदालत ने तो ये भी कहा कि साहब आप सीएम ऑफिस नहीं जा सकते हैं, फाइलें पर साइन नहीं कर सकते हैं तो उस पहलू को छोड़ देते हैं। अभी एग्ज़िट पोल के जो आंकड़े हैं, इसी पर। इन्होंने बोला भारतीय जनता पार्टी को पूरे चुनाव में नहीं समझ आया।हमें चुनाव किस चीज़ पर लड़ना है? पहले हम लोग हमने बोला की मुद्दों पर लड़ो, मु्द्दे इनके पास थे नहीं। हमने बोला डेवलपमेंट पे चुनाव लड़ना। इनके पास डेवलपमेंट का मुद्दा नहीं था। फिर यह लेकर शीशमहल मुख्यमंत्री आवा।