होली पर पानी की बर्बादी से बचें, ऐसे मनाएं मजेदार और इको-फ्रेंडली त्योहार
Holi 2025: होली एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो रंगों, प्रेम और खुशी का प्रतीक है. यह त्योहार पूरे भारत में मनाया जाता है. इस बार होली 14 मार्च को मनाई जाएगी.

होली आते ही हर तरफ मस्ती और रंगों की धूम मच जाती है. बच्चे पिचकारी और गुलाल लेकर इधर-उधर दौड़ने लगते हैं. लेकिन इस पूरे जश्न में हम अनजाने में ढेर सारा पानी भी बर्बाद कर देते हैं. तो क्या बिना पानी बहाए होली का मजा नहीं लिया जा सकता. बिल्कुल लिया जा सकता है! चलिए जानते हैं कुछ आसान तरीके, जिससे आप होली का पूरा मजा भी ले सकते हैं और पानी की बचत भी कर सकते हैं
सूखी होली खेलें
अगर होली पर पानी की बर्बादी रोकनी है, तो सबसे अच्छा तरीका है सूखी होली खेलना. सिर्फ गुलाल और हल्के रंगों से होली खेलनी चाहिए जिससे पानी कि बर्बादी नहीं होगी. इससे न सिर्फ पानी बचेगा बल्कि कपड़े धोने और सफाई में लगने वाला एक्स्ट्रा पानी भी बच जाएगा.
हर्बल रंग से होली खेलें
बाजार में मिलने वाले सस्ते रंगों में केमिकल होता है. जो हमारी त्वचा और आंखों के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं. साथ ही जब ये रंग पानी में घुलते हैं तो पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाता है इसलिए हल्दी, चंदन, फूलों की पत्तियों और दूसरी प्राकृतिक चीजों से बने हर्बल रंगों का इस्तेमाल करें. ये सेफ भी हैं और आसानी से धुल भी जाते हैं.
फूलों की होली
अगर आपको पानी वाली होली ज्यादा पसंद है तो इसकी जगह फूलों की होली खेल सकते हैं. वृंदावन और बरसाना में यह होली खेली भी जाती है. यह न सिर्फ खूबसूरत लगती है बल्कि पानी की बर्बादी भी नहीं होती है.
बच्चे अक्सर जोश में बाल्टियों भर-भरकर पानी डाल देते हैं. जिससे हजारों लीटर पानी बर्बाद हो जाता है. पाइप से लगातार पानी चलाने से भी काफी नुकसान होता है. अगर पिचकारी का इस्तेमाल करना ही है तो उसमें कम पानी भरें और बेवजह पानी खर्च करने से बचें.
होली सिर्फ हमारा ही नहीं सबका त्योहार है. इसलिए पानी बचाने की इस पहल में अपने दोस्तों और परिवार को भी शामिल करें. बच्चों को समझाएं कि पानी कितना जरूरी है और अपने दोस्तों, रिश्तेदारों से कहें कि इस बार इको-फ्रेंडली होली खेलें. होली का असली मजा अपनों के साथ रंगों में सराबोर होने में है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम जरूरत से ज्यादा पानी बहाएं. अगर थोड़ी समझदारी से होली खेलें तो त्योहार का मजा भी बना रहेगा और पानी भी बचेगा.
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