इंजीनियर रशीद की जमानत से क्यों खफा हैं महबूबा-फारुख?
करीब पांच साल से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कश्मीर का एक अलगाववादी नेता इंजीनियर राशिद (Engineer Rashid Alias Sheikh Abdul Rashid) जमानत पर रिहा होता है, तो वो सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) पर हमलावर होता है. नरेंद्र मोदी की कश्मीर की नीतियों पर हमलावर होता है, लेकिन बीजेपी चुप रहती है. वहीं इस नेता की रिहाई पर कश्मीर में कभी अलगाववाद के समर्थक के तौर पर कुख्यात रह चुकीं महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के साथ ही फारुख अब्दुल्ला (Farooq Abdulah) सवाल खड़े कर देते हैं और सीधे तौर पर उस अलगाववादी नेता को बीजेपी का एजेंट बता देते हैं. तो सवाल है कि आखिर उस नेता में ऐसा क्या है कि जिसकी रिहाई पर बीजेपी को विरोध करना चाहिए तो वो चुप है, जबकि जिन्हें खुश होना चाहिए वो नाराज हैं, बता रहे हैं अविनाश राय.

























