सुल्तानपुर डकैती केस में STF के एनकाउंटर पर इतने सवाल क्यों?
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक डकैती होती है. डकैती का खुलासा करने की जिम्मेदारी आती है एसटीएफ पर. और एसटीएफ इन डकैतों को पकड़ने के दौरान दो आरोपियों मंगेश यादव और अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में मार देती है, जबकि चार आरोपी गोली लगने से घायल हो जाते हैं और तीन अब भी फरार हैं. अब होने को तो ये होना चाहिए था कि एसटीएफ को शाबासी दी जानी चाहिए थी कि उसने डकैती का केस सुलझा दिया, दो डकैतों को मार गिराया और चार को पकड़ लिया. लेकिन हुआ उल्टा. मंगेश यादव के एनकाउंटर के साथ ही एसटीएफ पर जो सवाल उठने खड़े हुए वो अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर के बाद इतने गंभीर हो गए कि पूरी एसटीएफ पर ही सवालिया निशान लग गए हैं. सवाल है कि क्यों. क्या डकैती का खुलासा करने की जल्दबाजी में एसटीएफ से कोई गलती हो गई है. या फिर एसटीएफ ने जानबूझकर इतनी बड़ी गलती कर दी है, जिसे विपक्ष ने मुद्दा बना लिया है. आखिर सुल्तानपुर केस में एसटीएफ पर क्यों उठ रहे हैं इतने सवाल और क्यों इन सभी सवालों के घेरे में हैं एसटीएफ के मुखिया अमिताभ यश, बता रहे हैं अविनाश राय.