Prayagraj: मुसलमान से हिंदू बनने पर मिलेगा हर महीने 3 हजार, महाकुंभ से हुआ ऐलान
Maha Kumbh 2025 Prayagraj: इस्लाम धर्म छोड़कर हिन्दू बनने वाले वसीम रिजवी ने महाकुंभ में स्नान किया और बहुत खुशी जताई. उन्होंने मुस्लिमों को सनातन धर्म अपनी घर वापसी करने की अपील की.

Maha Kumbh 2025 Prayagraj: मुसलमान से हिन्दू धर्म अपनाने वाले पूर्व शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी ने महाकुंभ से मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए बड़ा ऐलान किया है. वसीम रिजवी ने मंगलवार को प्रयागराज में संगम में आस्था की डुबकी लगाई और मुस्लिम को घर वापसी का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि जो भी मुस्लिम परिवार सनातन धर्म को अपना घर वापसी करता है वो उसे तीन हज़ार रुपये प्रतिमाह देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कारोबार करने में भी मदद की जाएगी.
वसीम रिजवी ने महाकुंभ में स्नान करने के बाद बहुत खुशी जताई और मुस्लिमों को सनातन धर्म अपनाकर घर वापसी करने की अपील की. उन्होंने कहा कि "आज प्रयागराज के महाकुंभ में मैंने स्नान किया मुझे बहुत खुशी हुई. मैं इस पवित्र भूमि से पूरे देश के मुसलमानों से अनुरोध करता हूं कि वो सनातन धर्म में वापसी के संबंध में विचार करें. मैं एक ऐसा संगठन तैयार कर रहा हूं अपने मित्रों के साथ जो हमारे संगठन के माध्यम से मुस्लिम परिवार सनातन धर्म के घर वापसी करेंगे उनको हम प्रति माह तीन हज़ार रुपये देते रहेंगे."
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जिहादी मानसिकता छोड़कर अपनाएं सनातन
रिजवी ने कहा कि वो मुस्लिम धर्म से सनातन में आने वालों को उस समय तक तीन हजार रुपये दिए जाएंगे. जब तक वो पूर्ण रूप से सनातन धर्म में सेटल न हो जाए और जो कारोबार भी करना चाहेंगे उनको वो छोटे कारोबार से जोड़ने की कोशिश करेंगे. रिवजी ने कहा "आपको कट्टरपंथी मानसिकता से बाहर निकलना पड़ेगा. आपको जिहादी मानसिकता से बाहर निकलना पड़ेगा अपनी खुशी से सनातन धर्म में घर वापसी कीजिए. सनातन धर्म आपका स्वागत करता है."
बता दें कि पूर्व शिया बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने तीन साल पहले इस्लाम धर्म छोड़कर हिन्दू धर्म अपना लिया था. जिसके बाद उनका नाम वसीम रिजवी से जितेंद्र नारायण त्यागी रखा गया था. जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरी ने उन्हें सनातन धर्म में पूरे विधि विधान और शुद्धिकरण के साथ प्रवेश कराया था. रिजवी ने तब कहा था कि जब इस्लाम ने मुझे निकाल ही दिया तो मेरी मर्जी है कि मैं किसी भी धर्म को स्वीकार करूं. मैने सनातन धर्म को चुना क्योंकि ये सबसे पुराना धर्म है.
Source: IOCL





















