उत्तराखंड: STF की बड़ी कार्रवाई,नकली नोटों का कारोबारी गिरफ्तार, रेस्टोरेंट कर रहा था अवैध धंधा
एसटीएफ की टीम ने 19 अक्टूबर की रात को परमित को उसकी काले रंग की क्रेटा कार (नंबर: UP 16 DA 0927) से पकड़ा. तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में उसके पास से जाली नोट बरामद किए गए हैं.
Uttarakhand News: उत्तराखंड में त्योहारी सीजन को देखते हुए एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने सतर्कता बढ़ाते हुए बड़ी कार्रवाई की है. एसटीएफ ने पटेलनगर क्षेत्र से नकली नोटों के एक बड़े सौदागर को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी, परमित कुमार नकली नोटों के व्यापार के साथ-साथ एक फर्जी कॉल सेंटर भी संचालित कर रहा था. वह कैनाल रोड पर स्थित अपने रेस्टोरेंट की आड़ में नकली नोटों को बाजार में असली के रूप में खपा रहा था.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने जानकारी देते हुए बताया कि एसटीएफ को सूचना मिल रही थी कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति देहरादून में नकली नोट छापकर बाजार में चला रहे हैं. त्योहारी सीजन के दौरान इन नकली नोटों की बड़ी खपत की संभावना थी. एसटीएफ ने सूचना के आधार पर जांच शुरू की और परमित कुमार को चिन्हित किया. वो आईएसबीटी के पास मूलचन्द एनक्लेव में रहता था. परमित ने अपने किराए के फ्लैट में प्रिंटर और लैपटॉप की मदद से नकली नोट छापे, जिन्हें वह बाजार में चलाता था.
इसके साथ ही, परमित ने अपने फ्लैट से एक फर्जी कॉल सेंटर भी संचालित किया, जहां बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने के बहाने से ठगी की जाती थी. उसने MULTI TASK JOBS नाम से एक कॉल सेंटर खोला हुआ था और अलग-अलग वेबसाइट से फोन नंबर निकालकर लोगों से संपर्क करता था. वह हर व्यक्ति से 1500 से 2000 रुपये की ठगी करता था.
अभियुक्त गिरफ्तार और बरामद सामग्री
एसटीएफ की टीम ने 19 अक्टूबर की रात को परमित को उसकी काले रंग की क्रेटा कार (नंबर: UP 16 DA 0927) से पकड़ा. तलाशी के दौरान उसके पास से 80,000 रुपये, जिसमें 500-500 रुपये के नकली नोट मिले. साथ ही, बिना कटिंग के अर्द्धनिर्मित 14,000 रुपये मूल्य के नकली नोट भी बरामद किए गए.
पकड़े गए आरोपी के कब्जे से नकली नोट बनाने में प्रयुक्त लैपटॉप, प्रिंटर, रबड़ की मोहरें, विजिटिंग कार्ड, कागज की रिम और कटिंग सामग्री भी बरामद हुई. इसके अलावा, मोबाइल फोन और अन्य सामग्री को भी जब्त किया गया.
अभियुक्त परमित कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह कैनाल रोड पर अन्नपूर्णा नाम का रेस्टोरेंट चलाता था. रेस्टोरेंट की आड़ में वह नकली नोटों को सामान के आदान-प्रदान में उपयोग करता था. वह बाजार से सामान खरीदने के दौरान नकली नोटों का प्रयोग करता था और त्योहारी सीजन में होने वाले घाटे की भरपाई के लिए उसने नकली नोट छापने का काम शुरू किया.
आपराधिक इतिहास
एसटीएफ ने खुलासा किया है कि परमित कुमार के खिलाफ पहले से भी आपराधिक मामले दर्ज हैं. वर्ष 2022 में नोएडा, उत्तर प्रदेश के थाना सेक्टर 5 में उसके खिलाफ फर्जी कॉल सेंटर चलाने का मामला दर्ज पाया गया था. एसटीएफ अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी ने अब तक कितनी मात्रा में नकली नोटों की खपत की है और किन-किन लोगों को उसने ठगा है.
एसटीएफ की इस बड़ी कार्रवाई में निरीक्षक एनके भट्ट, उप-निरीक्षक हितेश कुमार, हेड कांस्टेबल अनूप भाटी, कैलाश नयाल, अर्जुन रावत, विरेन्द्र नौटियाल, संदेश यादव, अनिल कुमार और देवेन्द्र कुमार शामिल थे. इस टीम ने मिलकर अभियुक्त को पकड़ा और इस गंभीर अपराध का पर्दाफाश किया. एसटीएफ की इस कार्रवाई ने नकली नोटों के कारोबार पर लगाम लगाते हुए त्योहारी सीजन में बड़े अपराध को रोकने में सफलता हासिल की है.