GI Tag: यूपी के सात उत्पादों को मिला जीआई टैग, लिस्ट में अमरोहा का ढोलक भी शामिल
उत्तर प्रदेश के सात और उत्पादों को जीआई टैग (GI Tag) मिला है. इस साल राज्य के कुल 18 उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है. अप्रैल में चार उत्पादों को ये टैग मिला था.

GI Tag Products: भारत के तमाम देसी उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं. पहले से ही दुनिया भर में कुछ उत्पादों को लोग काफी पसंद करते रहे हैं, हालांकि विशेष स्थानों से ताल्लुक रखने वाले उत्पादों को अब जीआई टैग (GI Tag) भी दिया जाने लगा है. माना जाता है कि लोकल लेवल के समानों को इस टैग के मिलने के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में काफी मदद मिलती है. यूपी के सात उत्पादों को एक बार फिर जीआई टैग मिला है.
उत्तर प्रदेश से जिन उत्पादों को जीआई टैग मिला है उनमें अमरोहा का ढोलक, महोबा गौरा पत्थर हस्तशिल्प, मैनपुरी तारकशी, संभल हॉर्न क्राफ्ट, बागपत होम फर्निशिंग्स, बाराबंकी हैंडलूम प्रोडक्ट और कालपी हैंडपेड पेपर शामिल हैं. अमरोहा ढोलक एक संगीत वाद्ययंत्र है जो कि प्राकृतिक लकड़ी से बनता है. इस ढोलक को बनाने के लिए आम, कटहल और सागौन की लकड़ी का उपयोग प्राथमिकता के तौर पर किया जाता है.
150 करोड़ का है कारोबार
बागपत होम फर्निशिंग्स के लिए उद्योग निदेशालय, यूपी सरकार और कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड की तरफ से आवेदन किया गया था. बागपत और मेरठ में कई पीढ़ियों से हथकरघा घरेलू उप्ताद से बनने वाले कपड़ों के लिए प्रसिद्ध रहा है. बाराबंकी हैंडलूम प्रोडक्ट के लिए यूपी सरकार ने सहकारी समिति लिमिटेड के साथ मिलकर आवेदन किया था. अनुमानित आंकड़े के अनुसार इसका कारोबार 150 करोड़ का है.
इन सभी उत्पादों के लिए यूपी सरकार के अलग-अलग विभागों द्वारा आवेदन किया गया था. हालांकि इससे पहले अप्रैल महीने के दौरान यूपी के कुछ उत्पादों को जीआई टैग मिला था. तब मशहूर बनारसी पान, बनारस का लंगड़ा आम, रामनगर भंटा और आदमचीनी चावल को जीआई टैग मिला था. इस साल यूपी के 18 उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है. यानी राज्य के कुल 52 उत्पादों को अब तक जीआई ट्रैग मिल चुका है.
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Source: IOCL























