कानपुर से पलायन करने को मजबूर हैं पान मसाला कारोबारी, इस वजह से हैं काफी परेशान
UP News: कनपुर में इस सख्ती से पान मसाला कारोबारियों में गुस्सा दिखाई दे रहा है कि कई बड़े पान मसाला कारोबार करने वाले ग्रुप यूपी से बाहर या अन्य शहर में अपना कारोबार बनाने को तैयारी कर चुके हैं.

Kanpur News: मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट के नाम से जाना जाने वाला कानपुर औद्योगिक राजधानी भी था. बड़े-बड़े उद्योगों ,मिलों ओर कारोबार का बड़ा हब कानपुर महानगर में कारोबारी परेशान है. करोड़ों का कारोबार अब उत्तर रोड्स के बाहर जाने की तैयारी में है.
दअरसल जीएसटी विभाग की ओर से पूरे उत्तर प्रदेश में पान मसाला कारोबारियों और लोहा व्यापारियों पर सख्ती किए जाने और कर चोरी को रोकने के लिए जहां एक ओर सरकार ने अधिकारियों को व्यापारियों की फैक्ट्री ,गोदाम ओर वेयरहाउस से निकलने वाले माल की सौ प्रतिशत स्कैनिंग की जिम्मेदारी सख्ती से निभाने को बोला था, तो वहीं अधिकारी भी तमाम कारोबारियों के ठिकानों पर अपनी एक एक टीम को तैनात कर स्कैनिंग प्रक्रिया करा रहे थे.
कानपुर में पान मसाला कारोबारी गुस्से में
कनपुर में इस सख्ती से पान मसाला कारोबारियों में गुस्सा दिखाई दे रहा था. इसकी एक बानगी ये है कि अब शहर से कई बड़े पान मसला कारोबार करने वाले ग्रुप यूपी से बाहर अन्य शहर और राज्य में अपना कारोबार बनाने को तैयारी कर चुके हैं और यहां उन्हें पाना प्रोडक्शन 90 प्रतिशत तक कम कर दिया है.
यूपी के कई शहरों में अब कारोबारी जीएसटी विभाग की कार्यवाही और सख्ती से परेशान है. व्यापारियों के माल की सौ प्रतिशत स्कैनिंग के बाद उनके माल को गोदाम, फैक्ट्री से बाहर जाने की अनुमति दी जा रही है. माल को कही ले जाने से पहले अधिकारी व्यापारियों के माल की चेकिंग कर रहे हैं. दअरसल माल में कर चोरी ओर तमाम बातों को देखते हुए अधिकारियों ने स्कैनिंग शुरू कर दी है, जिससे व्यापारी नाराज हैं.
स्कैनिंग की प्रक्रिया से परेशान कारोबारी
शहर में सालों से पान मसला कारोबार चल रहा है और इसकी खपत भी बहुत है. सुपाड़ी, कत्था तम्बाकू से जुड़े कारोबार को शहर में कई कारोबारी कर रहे हैं. वहीं सौ प्रतिशत स्कैनिंग में लापरवाही के चलते कई अधिकारियों पर विभागीय गाज भी गिर चुकी है. जिसमें कानपुर शहर के राजकर के अधिकारी भी शामिल थे
लंबे समय से करोबार में कर चोरी की शिकायत लगातार मिल रही थी, जिसके चलते विभाग ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया और प्रमुख पान मसला कारोबारियों के सभी ठिकानों पर निकलने वाले माल की निगरानी ओर उनकी स्कैनिंग शुरू कर दी गई. लेकिन अब कारोबारी इस कार्यवाही को विभाग की जबरदस्ती करार दे रहे हैं. उनका कहना है कि विभाग स्कैनिंग के नाम पर उन्हें परेशान कर रहा है .
कारोबारी शहर के बाहर खोलेंगे नया ठिकाना
कनपुर में पान मसला ग्रुप के मालिक ओम प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि ज्यादातर पान मसला कारोबारी प्रदेश के बाहर अपना नया ठिकाना बने के लिए मन बना चुके हैं और कुछ ने बना भी लिया है. क्योंकि यूपी में विभाग की सख्ती ओर गलत तरीके से ऑपरेशन करने के सिलसिले ने उन्हें मजबूर कर दिया है. अब प्रदेश के बाहर अन्य राज्य के शहरों में कारोबार के लिए व्यवस्था तलाश की जा रही है. सरकार इनवेस्ट और इन्वेस्टर्स को बढ़ावा देने की बात करती है. लेकिन जीएसटी विभाग से होने वाली समस्या ऐसे लगता है कि अब पान मसाला कारोबारियों शहर में अपना कारोबार नहीं कर सकेंगे. जिसके चलते अब शहर में प्रोडक्शन में दिक्कत आ रही है.
लाखों लेबर के पेट पर पड़ रही है बेरोजगारी की मार, शहर में तमाम इकाइयों में लाखों की संख्या में लेबर काम किया करता थे. लेकिन अब कारोबार सिमटने के साथ एक नई समस्या भी सामने आ रही है जिसमें फैक्ट्रियों में जुड़कर काम करने वाले मजदूरों के पेट पर लात पड़ रही है. क्योंकि जैसे ही कारोबार पूरी तरह से सिमट जाएगा, वैसे ही इन मजदूरों से रोजगार भी छीन जाएगा. ऐसे तकरीबन लाखों मजदूर हैं जो इन मसाला कम्पनियों में काम किया करते थे.
जीएसटी विभाग से परेशान कारोबारी
वहीं व्यापारी नेता ज्ञानेश मिश्र ने बताया कि जिस तरह से कारोबारी को जीएसटी विभाग की सख्ती और बेवजह परेशान किया जा रहा है, उससे अब व्यापारी अपना कारोबार बाहर अन्य राज्य में करने का मन बना चुके हैं. बड़े-बड़े ग्रुप बाहर जमीनें तलाश कर रही हैं. और बहुत से कारोबारियों ने बाहर शहर में ठिकाने बना भी लिए हैं अगर जिस दिन पूरी तरह से कारोबार शहर से खत्म हो गया उस दिन लाखों की संख्या में मजदूर बेरोजगा हो जाएगा.
एडिशनल कमिश्नर जीएसटी आर एस विद्यार्थी ने बताया कि कुछ कारोबारी दूसरे शहरों में कारोबार के लिए ठिकाने तलाश कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने ऐसा विभाग की सख्ती नहीं बल्कि अपनी बाजार को देखते हुए फैसले लिया है. क्योंकि उनके माल की मांग जिन शहरों में ज्यादा है अब व्यापारी वहां जाने का मन बनाए हुए है.
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Source: IOCL





















