यूपी के इस शहर में नदी किनारे प्रकट हुआ शिवलिंग, श्रद्धालुओं और ग्रामीणों की जुटी भीड़
UP News: संभल के जिला अधिकारी डॉ राजेंद्र पैंसिया ने बयान जारी करके बताया कि यह खुदाई मनरेगा के तहत की जा रही थी जिसके शिवलिंग का दावा सामने आया है.

Sambhal News: उत्तर प्रदेश के संभल में नदी के तट पर शिवलिंग प्रकट होने के दावे के बाद स्थानीय ग्रामीण शिवलिंग की पूजा-अर्चना के साथ ही भजन-कीर्तन में जुट गए हैं. दावा किया जा रहा है कि संभल के रजपुरा इलाके के गांव पहलवाड़ा गांव में महावा नदी के तट पर भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग प्रकट हुआ है, जिसके बाद बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु जुटे हुए हैं.
असल में संभल में महावा नदी पर प्रशासन नदी का पुनरोद्धार कार्यक्रम चलवा रहा है. जिसके तहत तट के आसपास जहां समतल जमीन थी और किसानों ने नदी के तट पर खेत बनाए थे. उसकी खुदाई का कार्यक्रम प्रशासन पुनरोद्धार योजना के तहत चला रहा है जिसमें खुदाई के दौरान 2 फरवरी की रात को एक काले रंग का शिवलिंग की आकृति का पत्थर सामने आया है.
संभल के जिला अधिकारी डॉ राजेंद्र पैंसिया ने बयान जारी करके बताया कि यह खुदाई मनरेगा के तहत की जा रही थी जिसके शिवलिंग का दावा सामने आया है. ऐसे में एसडीएम संभल को मौके पर भेज कर जांच करवाई जा रही है.
बताते चलें कि यूपी का संभल बीते कई दिनों से सुर्खियों में है जहां शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद से ही बंद पड़े मंदिरों के निकलने के अलावा सालों से विलुप्त हिंदू धार्मिक स्थल जैसे कूप और तीर्थस्थलों प्रकट हो रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि अब शिवलिंग मिलने के दावे पर आगे की जांच में क्या सामने आता है.
बता दें कि इससे पहले संभल सराय तारीन में प्राचीन कूप की पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में खुदाई शुरू हुई थी. यह कूप सैकड़ों साल पुराना बताया जा रहा है. संभल ASP श्रीश चंद्र ने बताया कि इसको अतिक्रमण कर ढक दिया गया था और अतिक्रमण करने वाले लोगों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
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