यूपी के इस जिले के गांव बने 'मिनी जामताड़ा', साइबर ठगों को पकड़ने किए 300 पुलिसकर्मियों का छापा
Uttar Pradesh: मथुरा पुलिस ने गोवर्धन क्षेत्र के साइबर अपराध प्रभावित गांवों में 300 कर्मियों के साथ बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया. 42 संदिग्ध हिरासत में है और मोबाइल-आधार समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए.

मथुरा पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा अभियान चलाया. जिसमें गोवर्धन थाना क्षेत्र के कुख्यात साइबर क्राइम प्रभावित गांव देवसेरस, मुडसेरस और आसपास के दो अन्य गांवों में तड़के सुबह व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया गया. भारी संख्या में पुलिस बल को अचानक गांवों में उतरते देख स्थानीय लोग सहम गए और पूरे इलाके में तनाव का माहौल बन गया.
सूत्रों के अनुसार यह अभियान विशेष रूप से साइबर अपराध से जुड़े गिरोहों को पकड़ने के लिए चलाया गया. खास बात यह रही कि स्थानीय पुलिस को इस अभियान से दूर रखा गया, ताकि किसी भी स्तर पर सूचना लीक न हो सके. पूरा अभियान पूरी गोपनीयता के साथ तैयार किया गया था.
300 से अधिक पुलिसकर्मी और अफसर शामिल
इस कार्रवाई में एडिशनल एसपी के नेतृत्व में चार सीओ, करीब 26 इंस्पेक्टर और 300 से अधिक पुलिसकर्मियों की संयुक्त टीम शामिल रही. पुलिस बल ने सुबह तड़के ही गांवों को चारों ओर से घेर लिया और सभी प्रवेश तथा निकास मार्ग को पूरी तरह सील कर दिया. किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को बाहर निकलने का मौका नहीं दिया गया.
गांवों में घंटों जारी रहा तलाशी अभियान
पुलिस टीम घंटों तक घरों, खेतों, झोपड़ियों और संदिग्ध ठिकानों की तलाशी लेती रही. इस दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक सामग्री, संदिग्ध मोबाइल फोन, आधार कार्ड और साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल होने वाले कई डिजिटल उपकरण बरामद हुए. अभियान के दौरान करीब 42 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है. सभी को पूछताछ के लिए साइबर क्राइम यूनिट के सामने पेश किया गया है.
डेटाबेस के आधार पर होगी ठगों की जांच
साइबर सेल की टीम अब अपने डेटाबेस के आधार पर बरामद मोबाइल और दस्तावेजों का विश्लेषण कर रही है. जिन व्यक्तियों का नाम या मोबाइल नंबर किसी फ्रॉड ट्रांजेक्शन से लिंक पाया जाएगा, उन पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और क्षेत्र में साइबर क्राइम की गतिविधियों को जड़ से खत्म किया जाएगा.
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
हालांकि इस अचानक कार्रवाई से कई ग्रामीणों में दहशत का माहौल है, लेकिन क्षेत्र के सामान्य नागरिकों ने पुलिस कार्रवाई की सराहना भी की है. उनका कहना है कि साइबर अपराधों के कारण गांव की छवि खराब हो चुकी थी और पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ेगी.
मथुरा पुलिस का यह ऑपरेशन साइबर अपराध के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जिससे पूरे जिले में एक बड़ा संदेश गया है कि साइबर ठगी करने वालों पर शिकंजा कसना अब तेज होने वाला है.
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Source: IOCL





















