UP By Poll 2024: BJP का खेल बिगाड़ रहे जंयत चौधरी और संजय निषाद? क्यों नहीं बन रही बात
Election 2024: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है लेकिन सीट बंटवारे पर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. संजय निषाद के बाद आरएलडी ने तीन सीटों की डिमांड रख दी है.
UP By Election 2024: उत्तर प्रदेश के उप चुनाव में बीजेपी और आरएलडी एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में उतरेंगे. लेकिन सीटों के बटवारे को लेकर पेच फंस सकता है. संजय निषाद के बाद अब आरएलडी भी तीन सीटें चाह रही है. जिसमें मुजफ्फरनगर की मीरापुर, मुरादाबाद की कुंदरकी और अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट शामिल है.
मीरापुर सीट आरएलडी के पास थी और आरएलडी ने 2022 विधानसभा चुनाव में मीरापुर विधानसभा सीट से रालोद प्रत्याशी चंदन चौहान ने भाजपा के प्रशांत चौधरी को हराकर जीत दर्ज की थी लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन कर रालोद ने चंदन चौहान को बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था. जिसके बाद चंदन चौहान सांसद बन गए और मीरापुर विधान सभा सीट खाली हो गई. वहीं कुंदरकी से सपा और खैर विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार ने 2022 के चुनाव में जीत दर्ज की थी.
कुंदरकी से सिर्फ एक बार जीती है बीजेपी
कुंदरकी विधानसभा की सीट पर अबतक सिर्फ एक बार बीजेपी चुनाव जीत पाई है. बीजेपी के प्रत्याशी चन्द्र विजय सिंह ने 1993 में पहली बार जीत दर्ज की थी. उसके बाद आजतक बीजेपी इस सीट पर दोबारा जीत का स्वाद नहीं चख पाई. 1967 में अस्तित्व में आई कुंदरकी सीट पर 15 बार विधानसभा चुनाव हुए जिसमे बसपा और सपा के प्रत्याशी ही जीतते आए है. सिर्फ एक बार ही बीजेपी यहां से जीत दर्ज कर पाई है
अगर 2022 विधान सभा चुनाव की बात करे तो, यहां से समाजवादी पार्टी के जियाउर्रहान बर्क ने जीत दर्ज की थी. हालांकि, जियाउर्रहमान के संभल से सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई है. ये सीट मुस्लिम बाहुल्य सीट मानी जाती है और 2022 में सपा से बगावत करके बसपा का दामन थामने वाले हाजी रिजवान कुंदरकी से चार बार विधायक रह चुके हैं. अब हाजी रिजवान सपा में फिर वापस आ गए है. इस लिए सपा उन पर भी दाव खेल सकती है. कुंदरकी सीट पर ज्यादातर मुस्लिम प्रत्याशी ही जीतते रहे हैं, क्योंकि इस सीट पर करीब 65 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं.
वहीं अगर हम खैर विधानसभा सीट की बात करे तो 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने यहां से जीत दर्ज की थी. खैर (सुरक्षित) विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में आती है. 2022 में भारतीय जनता पार्टी से अनुप प्रधान बाल्मीकि ने बहुजन समाज पार्टी के चारु कैन को 74341 वोटों से हराया था. लेकिन इस बार उप चुनाव में इस सीट को आरएलडी मांग रही है.
RLD ने की तीन सीटों की मांग
आरएलडी के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. जिसमें से तीन चार सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश की है, जहां पर आरएलडी का वर्चस्व है. इसलिए मीरापुर, खैर और कुंदरकी सीट पर आरएलडी चुनाव लड़ना चाहती है. हालांकि हम एनडीए गठबंधन के तहत चुनाव मैदान में उतर रहे हैं इसलिए अंतिम फैसला बैठक में ही होगा. लेकिन हमने अपनी बात रख दी है.
सवाल यह नहीं कि किस सिंबल से चुनाव लडा जाय सवाल ये है कि 10 की 10 सीटों पर एनडीए कि जीत कैसे हो. इसलिए अभी प्रत्याशियों का ऐलान नहीं हुआ है. फिर भी हमारी तैयारी पूरी है. वहीं त्रिलोक त्यागी ने हाल ही में महाराष्ट्र झारखंड और दिल्ली के चुनाव को लेकर भी कहा कि हमारी पार्टी चौधरी चरण सिंह की पार्टी है. पार्टी को आगे बढ़ाना है. हम बातचीत करेंगे कि गठबंधन के साथ चुनाव में जाए, नहीं तो जो संगठन चाहेगा उसी आधार पर हम आगे निर्णय लेंगे.
आरएलडी के पास थी मीरापुर सीट
मीरापुर सीट पर सीट आरएलडी के पास थी और आरएलडी ने 2022 विधानसभा चुनाव में मीरापुर विधानसभा सीट से रालोद प्रत्याशी चंदन चौहान ने भाजपा के प्रशांत चौधरी को हराकर जीत दर्ज की थी. लेकिन लोकसभा चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन कर रालोद ने चंदन चौहान को बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था जिसके बाद चंदन चौहान सांसद बन गए और मीरापुर विधान सभा सीट खाली हो गई .. वहीं कुंदरकी से सपा और खैर विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार ने 2022 के चुनाव में जीत दर्ज की थी.
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