शिवपाल यादव का BJP पर बड़ा हमला, 'वोट चोरी से बनी हैं सरकारें, सपा रोकेगी खेल'
UP News: सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने BJP पर वोट चोरी का गंभीर आरोप लगाया. आगामी UP विधानसभा चुनाव में सपा 75 जिलों में वोट चोरी रोकने और BJP को हराने की रणनीति पर जोर दे रही है.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि BJP ने 'वोट चोरी' के जरिए सरकारें बनाई हैं. सपा जिला कार्यालय में आयोजित मासिक बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने दावा किया कि जनता का BJP से विश्वास पूरी तरह उठ चुका है.
शिवपाल यादव ने सपा कार्यकर्ताओं को आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सपा के कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में वोट चोरी को रोकेंगे और BJP को करारी शिकस्त देंगे. यादव ने जोर देकर कहा कि BJP की वोट चोरी की सच्चाई अब जनता के सामने आ चुकी है.
सपा में अनुशासन पर जोर, सोशल मीडिया पर सख्ती
बैठक के दौरान शिवपाल यादव ने सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं से संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यादव ने चेतावनी दी कि यदि कोई नेता या कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर पार्टी नेताओं, जिलाध्यक्ष या सचिव के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करता है, तो उसे तत्काल पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा.
जनता का विश्वास खो चुकी है BJP- शिवपाल यादव
शिवपाल यादव ने कहा कि BJP से जनता का भरोसा खत्म हो चुका है. उनकी सरकारें वोट चुराकर बनी हैं, लेकिन अब सपा कार्यकर्ता इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर आगामी चुनाव में सपा की जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया.
सपा की रणनीति और संगठनात्मक मजबूती
शिवपाल ने सपा कार्यकर्ताओं को संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने और जनता के बीच पार्टी की नीतियों को प्रभावी ढंग से पहुंचाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सपा का लक्ष्य उत्तर प्रदेश में मजबूत विकल्प के रूप में उभरना है.
शिवपाल सिंह यादव के इस बयान ने उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल मचा दी है. सपा की रणनीति और BJP पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों से आगामी विधानसभा चुनाव में सियासी माहौल और गर्म होने की संभावना है. सपा की यह रणनीति क्या रंग लाएगी, यह तो समय बताएगा, लेकिन पार्टी का जोर संगठनात्मक मजबूती और वोट चोरी रोकने पर स्पष्ट है.
Source: IOCL
























