मौके का फायदा उठाने की कोशिश में सपा! Shrikant Tyagi की पत्नी से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल, इन नामों का हुआ एलान
समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल श्रीकांत त्यागी के परिवार से मुलाकात करेगा. अखिलेश यादव 9 सदस्यीय नेताओं की एक टीम नोएडा भेजेंगे.

UP News: नोएडा की एक सोसाइटी में अभद्रता के आरोप में अरेस्ट किए गए श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) के परिवार से अब समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा. 9 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल श्रीकांत की पत्नी अन्नू त्यागी (Annu Tyagi) से 2 सितंबर को मुलाकात करेगा. बता दें कि श्रीकांत त्यागी को कोर्ट ने तीन मामलों में जमानत दे दी है लेकिन गैंगस्टर एक्ट में जमानत न मिलने के कारण उसकी रिहाई नहीं हो पाई है.
अखिलेश यादव के निर्देश पर होगी मुलाकात
पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिज मंजूर की अध्यक्षता में सपा का प्रतिनिधिमंडल नोएडा आएगा. इस टीम में पूर्व मंत्री नारद राय, पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री भूषण त्यागी, नोएडा से सपा प्रत्याशी रहे सुनील चौधरी भी शामिल हैं. समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर यह जानकारी दी गई है. इसमें लिखा गया है, 'माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देश पर दिनांक 2 सितम्बर को 9 सदस्यीय समाजवादी पार्टी प्रतिनिधिमंडल गौतमबुद्धनगर में अन्नू त्यागी और इंगिला त्यागी से मुलाकात कर पुलिस हिरासत में उनसे हुए दुर्व्यवहार और उत्पीड़न की जानकारी लेगा.'
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अन्नू त्यागी ने लगाए थे गंभीर आरोप
नोएडा में 5 अगस्त को ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में एक महिला से अभद्रता करने के मामले में पुलिस ने श्रीकांत त्यागी को चार दिन के बाद मेरठ से गिरफ्तार किया था. वहीं उसकी पत्नी अन्नू त्यागी ने कहा था कि उनके पति बीजेपी से जुड़े रहे हैं और उन्हें इस समय अकेला छोड़ दिया गया है. अन्नू त्यागी ने आरोप लगाया था कि उन्हें पुलिस हिरासत में ले जाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. उधर, श्रीकांत त्यागी के परिवार को न्याय दिलाने के लिए मेरठ में त्यागी समाज का प्रदर्शन जारी है.
बता दें इस मामले में नोएडा से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा तक को लोगों का विरोध झेलना पड़ा. एक वक्त ऐसा भी आया जब महेश शर्मा को यह कहना पड़ा कि वह त्यागी समाज का सम्मान करते हैं और अपराध को किसी समाज से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. अब सपा के प्रतिनिधिमंडल भेजने के कदम से माना जा रहा है कि वह इस पूरे मामले में राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश में है.
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