Greater Noida: 21 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों की महापंचायत, प्राधिकरण व प्रशासन के खिलाफ हुए लामबंद
ग्रेटर नोएडा में किसान अपनी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस संबंध में उन्होंने यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे महापंचायत की.

ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा में कई जगह पर किसान आज 21 सूत्रीय मांगों को लेकर महापंचायत कर रहे हैं. उनका कहना है कि, गांवों और किसानों की समस्याओं को लेकर प्राधिकरण व प्रशासन पूरी तरह लापरवाही बरत रहा है. इसलिए किसान अपनी सुरक्षा और मांगों को लेकर पंचायत कर रहा है और अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो किसान अधिकारियों के घर पर धरना देंगे.
एक्सप्रेस-वे के किनार किसानों की महापंचायत
यमुना एक्सप्रेस वे के जेवर टोल पर किसान कृषि कानून के विरोध में धरने पर बैठे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ नोएडा, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के किनारे किसान अपनी क्षेत्रीय व मूलभूत मांगों को लेकर महापंचायत कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि प्राधिकरण जिला प्रशासन गांव के प्रति पूरी तरह से लापरवाह हो चुका है. यही वजह है कि, गांव में चोरी की वारदातें बढ़ रही हैं, सुरक्षा का अभाव है. गांव में जो स्ट्रीट लाइट लगनी चाहिए थी वह भी नहीं लगी हैं. साथ ही किसानों को जो 64 फीसदी का बढ़ा हुआ मुआवजा मिलना था, वो भी अभी अधिकांश किसनों को नहीं मिला है. साथ ही 10 प्रतिशत विकसित प्लाट के अलावा किसानों की अन्य समस्याओं का तत्काल निदान हो ताकि किसान भी अपनी जीवनी चला सके.
मुख्यमंत्री को दिया है ज्ञापन
किसानों ने साफ कर दिया है कि, अगर अधिकारी उनकी 21 सूत्रीय मांगों को नहीं मानते हैं तो वह अधिकारियों के घर के बाहर धरना देंगे, लेकिन किसान अपनी उचित मांगों को मनवा कर ही रहेंगे. किसानों ने प्रशासन को अपनी 21 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है, ताकि मुख्यमंत्री खुद किसानों की समस्याओं का संज्ञान लें और प्राधिकरण और प्रशासन की जो मनमानी जिले में चल रही है उसके खिलाफ कार्रवाई हो सके.
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