Kartik Purnima 2022: अमरोहा के तिगरी गंगा धाम में लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, सुरक्षा के किए गए कड़े इंतजाम
Amroha News: अमरोहा के तिगरी गंगा धाम में आदिकाल से कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान किया जाता है. गंगा स्नान से लगभग 8 दिन पहले से उत्तर भारत का मशहूर गंगा मेला शुरू हो जाता है.
Amroha News: कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के अवसर पर अमरोहा (Amroha) जिले के तिगरी गंगा धाम में मंगलवार को लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई और देश में शांति और अमन की प्रार्थना की. इस मौके पर लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ डॉग स्क्वायड और सिविल पुलिस के जवानों को बड़ी तादाद में तैनात किया. फोर्स ने गंगा मेले की चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था में अपना योगदान दिया.
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर किया जाता है गंगा स्नान
बता दें कि अमरोहा के तिगरी गंगा धाम में आदिकाल से कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान किया जाता है और गंगा स्नान से लगभग 8 दिन पहले से उत्तर भारत का मशहूर गंगा मेला शुरू हो जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु पहुचते हैं और कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा जी में स्नान के बाद ही ये मेला समाप्त हो जाता है. लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था के मददेनजर जिला प्रशासन और जिला पंचायत भारी इंतजाम करते हैं ताकि मेले में कोई असुविधा या अप्रिय घटना ना घट पाए.
गंगा घाट पर किया गया तर्पण
महाभारत काल में जिन योद्धाओं की अकाल मृत्यु हुई थी, उनकी आत्मा की शांति के लिए तिगरी गंगा घाट पर तर्पण किया गया था. इसलिए गंगा पार के इलाके का नाम गढ़ मुक्तेशवर पड़ा और कार्तिक पूर्णिमा के दिन इस जगह स्नान करने का बहुत ज्यादा महत्व है. इसलिए हजारों सालों से परम्परागत तौर पर तिगरी धाम पर श्रद्धालु आकर स्नान करने के साथ-साथ अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण भी करते हैं. इसी के साथ-साथ जिला प्रशासन ने खुफिया एजेंसियों के साथ-साथ डॉग स्क्वायड और सिविल पुलिस के जवानों को बड़ी तादाद में तैनात किया. जिससे सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे.
यह भी पढ़ें:-
UP Politics: यूपी में एक और विधानसभा सीट खाली, रामपुर के बाद अब इस सीट पर भी होंगे उपचुनाव