हैवानियतः मासूम की बलि चढ़ाकर तांत्रिक बढ़ाना चाह रहा था शक्तियां, जानें- फिर क्या हुआ
तांत्रिक शक्तियां बढ़ान के लिए एक तांत्रिक ने 5 साल के मासूम का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी. हैवानियत की हद तो तब देखने को मिली जब खून निकालने के लिए तांत्रिक ने मासूम के पैर के तलवे में कील ठोंक दी थी.

गोरखपुरः तंत्र-मंत्र और शक्तियां बढ़ाने के अंधविश्वास में एक तांत्रिक ने 5 साल के मासूम का अपहरण के बाद मुंह में कपड़ा ठूसने के बाद हत्या कर दी थी. हैवानियत का आलम ये था कि तांत्रिक ने काले कपड़े से उसका हाथ पीछे बांध दिया था. मुंह में कपड़ा ठूंसने के बाद उसके पैर के तलुए में कांटी ठोक तंत्र विधि के लिए उसका खून निकाला था. मुंह के कपड़ा ठूंसने से दम घुटने की वजह से बच्चे की मौत के बाद तांत्रिक ने उसके शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया. बच्चे को उस समय अपहरण किया गया था जब वो छह दिन पहले रात में माता-पिता के साथ छत पर सोया था. भोर में जब परिजन उठे, तो बच्चे को न पाकर उसकी तलाश में जुट गए. दोपहर में उसका शव गन्ने के खेत में मिला.
गोरखपुर के एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि पिपराइच थानाक्षेत्र के मटिहनिया सोमाली गांव के रहने वाले दिलीप निषाद के पांच साल के बेटे गजेन्द्र साहनी की हत्या बलि चढ़ाने के उद्देश्य से गांव के ही तांत्रिक संतोष निषाद ने की थी. उन्होंने बताया कि तांत्रिक संतोष तंत्रमंत्र से अपनी शक्तियां बढ़ाना चाहता था. यही वजह है कि उसने 18/19 अगस्त की रात पांच साल के मासूम गजेन्द्र का उस समय अपहरण कर लिया था, जब वो छत पर परिवार के लोगों के साथ सो रहा था. जब 19 अगस्त की भोर में 4 बजे दिलीप और उसकी पत्नी की नींद खुली, तो छोटे बेटे को वहां नहीं पाकर उनके होश उड़ गए.
दिलीप और उसकी पत्नी का शोर सुनकर आसपास के लोग और गांववाले भी जुट गए. काफी तलाश के बाद भी जब गजेन्द्र का कहीं पता नहीं चला, तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी. इसी बीच रामानन्द के गन्ने के खेत में उसकी लाश मिली. लाश को देखने के बाद पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. एसएसपी डा. विपिन ताडा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और परिजनों के साथ ग्रामीणों से भी पूछताछ की. बच्चे के हाथ को पीछे की तरफ करके काले कपड़े से बांधे जाने की वजह से शक तंत्रमंत्र की ओर गया, तो शक तांत्रिक पर हुआ.
लाश को देखकर ही हैवानियत की सारी हदें पार करने का नजारा सामने आ गया. मासूम की निर्मम तरीके से हत्या की गई थी. उसके दोनों हाथ को काले कपड़े से पीछे बांध दिया गया था. इसके साथ ही उसके मुंह में कपड़ा ठूंसने के बाद दूसरे कपड़े से मुंह को बांध दिया गया था, जिस वजह से उसकी दम घुटने से मौत हो गई. हैवानियत की हद यहीं पर पार नहीं की गई. तंत्र-मंत्र के लिए खून निकालने के लिए तांत्रिक संतोष ने उसके पैर के तलवे में कील ठोंक दी थी.
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 364, 302 और 201 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी संतोष निषाद को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उसके पास से आलाकत्ल काले रंग का गमछा का टुकड़ा बरामद किया है. आरोपी संतोष निषाद पिपराइच थानाक्षेत्र के मटिहनिया सोमाली गांव का ही रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया.
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