ग्रेटर नोएडा में दिल दहला देने वाला हादसा, पिकअप ने बच्चे को कुचला, बाल-बाल बची जान
Noida News: CCTV फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि एक पिकअप चालक कान पर मोबाइल फोन लगाए हुए अचानक वाहन स्टार्ट करता है और आगे बढ़ जाता है. इसी दौरान मासूम उसकी चपेट में आ जाता है.

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से एक बेहद दर्दनाक लेकिन राहत भरी घटना सामने आई है, जिसने लापरवाह ड्राइविंग और बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. सड़क पर खेल रहे एक मासूम बच्चे को पिकअप वाहन ने कुचल दिया. यह पूरी घटना इलाके में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गई.
मामला बीटा-2 कोतवाली क्षेत्र के सेक्टर ची-3 का बताया जा रहा है. CCTV फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि एक पिकअप चालक कान पर मोबाइल फोन लगाए हुए अचानक वाहन स्टार्ट करता है और आगे बढ़ जाता है. इसी दौरान सड़क पर खेल रहा मासूम उसकी नजर से ओझल रह जाता है और वाहन उसके ऊपर चढ़ जाता है. बच्चे की चीख-पुकार सुनते ही चालक घबरा जाता है और तुरंत गाड़ी रोक देता है.
बच्चे को समय पर मिला इलाज
जानकारी के अनुसार घटना के बाद ड्राइवर घायल बच्चे को लेकर तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचता है, जहां डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज किया. गनीमत यह रही कि समय पर इलाज मिलने से बच्चे की जान बच गई. प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब उसकी हालत पूरी तरह स्थिर बताई जा रही है. इस घटना को देखकर लोग यही कह रहे हैं जाको राखे साईंया, मार सके ना कोई.
चालक की लापरवाही उजागर
हालांकि, यह हादसा पिकअप चालक की घोर लापरवाही को उजागर करता है. वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करना न सिर्फ कानूनन अपराध है, बल्कि यह अपनी और दूसरों की जिंदगी को खतरे में डालने जैसा है. एक पल की लापरवाही किसी की जिंदगी हमेशा के लिए बदल सकती है. यह घटना ऐसे सभी लापरवाह चालकों के लिए एक कड़ा सबक है, जो ड्राइविंग के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं.
यह मामला माता-पिता के लिए भी चेतावनी है. बच्चों की सुरक्षा केवल प्रशासन या ड्राइवरों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि अभिभावकों को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके बच्चे कहां और किस माहौल में खेल रहे हैं. थोड़ी सी अनदेखी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती है.
पुलिस ने शुरू की जांच
फिलहाल पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर मामले की जांच कर रही है. यह घटना समाज के लिए एक संदेश है कि सड़क पर जरा सी लापरवाही भी मासूम जिंदगियों पर भारी पड़ सकती है. सावधानी, सतर्कता और जिम्मेदारी ही ऐसे हादसों को रोक सकती है.
Source: IOCL






















