'भावनाएं आहत करने का इरादा नहीं था', नवजात शिशुओं की मौत पर विवादित बयान देने वाली CMO ने दी सफाई
Gonda News: दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई, जिसके बाद डॉ. रश्मि वर्मा का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बयान में उन्होंने कहा था कि एक बच्चा मर गया तो क्या हुआ? हजारों जिंदा हैं, लड्डू खाने जाइए.

उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद में तैनात सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा का एक बयान विवादों में घिर गया है, जिसके बाद उन्होंने अपनी बात स्पष्ट की है. दो नवजात शिशुओं की मौत पर दिए गए उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर व्यापक आलोचना हुई, जिसके बाद डॉ. वर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाएं आहत करने का नहीं था. उन्होंने पीड़ित परिवारों के साथ खड़े होने की बात कही और जांच की प्रक्रिया शुरू होने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. मेरी भावनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं.
बता दें कि बीते दिनों गोंडा में एक निजी अस्पताल में दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई, जिसके बाद डॉ. रश्मि वर्मा का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बयान में उन्होंने कहा था कि एक बच्चा मर गया तो क्या हुआ? हजारों जिंदा हैं, लड्डू खाने जाइए. यह बयान संवेदनहीनता का प्रतीक माना गया और जनता ने इसका विरोध किया.
डॉ. रश्मि वर्मा की सफाई
विवाद बढ़ने के बाद डॉ. वर्मा ने एक वीडियो संदेश जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में मेरा इरादा किसी की भावनाएं आहत करने का नहीं था. मैं पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी हूं और इस मामले की गंभीरता को समझती हूं. एक जांच टीम गठित की गई है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है. सीएमओ डॉ. वर्मा के बयान के बाद जनता में आक्रोश बढ़ा, जिसके चलते प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ी. निजी अस्पताल को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है.
Source: IOCL





















