धराली आपदा पर पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने अपनी ही सरकार को घेरा, कहा- हम लोग पाप न करें...
Dharali News: BJP नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने धराली आपदा को लकेर अपनी ही पार्टी और सरकार को घेरा है. उन्होंने सिलसिलेवार पोस्ट्स में पार्टी और सरकार दोनों को सलाह दी है.

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने धराली हादसे पर अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवाल उठाए हैं. बीजेपी नेता ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर सिलसिलेवार पोस्ट में भारतीय जनता पार्टी और पर्वतीय राज्यों में बीजेपी सरकारों को सलाह दी है. उन्होंने लिखा है कि हमें पाप नहीं करना चाहिए.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर उमा भारती ने लिखा- हिमाचल एवं उत्तराखंड में हुई भीषण त्रासदी हमे बहुत बड़ी चेतावनी दे रही है. हिमालयीन राज्यों की विकास प्रक्रिया पर हमे तुरंत थमकर प्रकृति, पर्यावरण, पर्यटन एवं आस्था का संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है. जोशीमठ के त्रासदी के बाद तुरंत आई हुई इसरो की रिपोर्ट इसरो ने ही तुरंत वापस कर ली थी. उस चेतावनी की हमने अनदेखी कर दी.
उन्होंने लिखा कि धराली और हर्षिल में आई त्रासदी का मूल कारण सिर्फ बादल फटना नहीं है बल्कि ऊपर पहाड़ पर धराली के ऊपर के पहाड़ों पर बने हुए प्राकृतिक ताल भारी बारिश से सीमा से बाहर भर गए है और उनमें से कुछ का पानी पहाड़ों से गिरते हुए,भारी मलबे को साथ लेते हुए नीचे बह गया,सारी तबाही और जनहानि हुई. ये तो प्राकृतिक ताल हैं लेकिन अब तो कुछ पॉवर प्रोजेक्ट चोरी से और कुछ अनुमति से ऐसे सैकड़ो तालाब पहाड़ों में बनाते जा रहे हैं जिससे जोशीमठ हो, धराली हो या हर्षिल हो जनहानि एवं राष्ट्र की अमूल्य धरोहर नष्ट हो रहे हैं.
'हम भाजपा के लोग...'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लिखा- जल संसाधन मंत्रालय की गंगा कार्य योजना 2014 अक्टूबर से 2016 सितम्बर तक बनी एवं इसका शुभारंभ भी हो गया, वो हिमालय एवं हिमालय की सभी नदियों पर लागू हो सकती हैं. लेकिन उसके बाद वो थम सी गई जिसमें सुप्रीम कोर्ट में गंगा मंत्रालय द्वारा दिया हुआ हलफनामा भी शामिल है.अब हम उसका फिर से आरम्भ कर दें.
बीजेपी और सरकार को सवालिया लहजे में सलाह देते हुए उमा ने लिखा कि गंगा और उसकी सहायक नदियाँ भी बचे, हिमालय भी बचे, आस्था भी रहे ,विकास भी हो और पहाड़ों में रोजगार भी बढ़े किंतु विकास के आवरण में विनाश ना हो ऐसी वह कार्ययोजना है. जो टुकड़ो में लागू होकर परिणामविहीन हो गई हैं. हम भाजपा के लोग, अपने समय पर हिमालय,गंगा और अन्य सदा नीरा नदियों को नष्ट करने का पाप ना करे और भविष्य में ऐसी किसी संभावना को रोक दें.
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Source: IOCL





















