दिल्ली BJP अध्यक्ष का प्रतिनिधि बनकर ठगी करने वाला बेनकाब, लखनऊ में डिप्टी CM के आवास से गिरफ्तार
UP News: उप मुख्यमंत्री की टीम को पहले ही सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति उनके आवास तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है. जैसे ही वह अंदर आया, सतर्कता टीम ने उसको पकड़ लिया.

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के नाम पर फ्रॉड करने वाला नोएडा निवासी दशरथ पाल आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया. आरोपी खुद को प्रदेश अध्यक्ष का प्रतिनिधि बताकर लखनऊ सहित कई शहरों में लोगों से ठगी कर रहा था. शुक्रवार (12 दिसंबर) को वह उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास पर पहुंचा, जहां उसकी हरकतों पर संदेह होने पर सतर्कता टीम ने मौके पर ही उसे पकड़ लिया.
दशरथ पाल पुत्र कुंवर पाल, निवासी गांव होड़ी बछेड़ा, गौतमबुद्ध नगर, अपने कुछ साथियों के साथ उप मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा था. वह दावा कर रहा था कि वह दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का विशेष प्रतिनिधि है और शिष्टाचार भेंट करने आया है. लेकिन पूछताछ में उसकी पोल खुल गई.
कई शहरों में कर चुका है फ्रॉड
प्राथमिक जांच में पता चला कि आरोपी नोएडा, बुलंदशहर, मेरठ और लखनऊ जैसे कई शहरों में लोगों को झांसा देकर ठगी कर चुका है. वह सत्ता और संगठन के नाम पर लोगों से काम करवाने या मदद दिलाने का दावा करता था और बदले में पैसों की मांग करता था.
उप मुख्यमंत्री की टीम को पहले ही सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति उनके आवास तक पहुंचने की कोशिश कर रहा है. जैसे ही वह अंदर आया, सतर्कता टीम ने उसकी वास्तविक पहचान की जांच की. पूछताछ में सामने आया कि उसका भाजपा नेतृत्व से कोई संबंध नहीं है. इसके बाद उसे तुरंत गौतम पल्ली थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया.
छवि खराब करने वालों को नहीं बख्शेंगे- उप मुख्यमंत्री
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने घटना की जानकारी दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को भी दी. उन्होंने स्पष्ट कहा कि सरकार या संगठन की छवि खराब करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
मौर्य ने कहा कि जनता को भ्रमित करने या धोखाधड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. प्रदेश में सुशासन, पारदर्शिता और कानून व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है. गलत गतिविधियों में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी.
पुलिस की पूछताछ जारी
गौतम पल्ली पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. उसके मोबाइल नंबर भी पुलिस की निगरानी में हैं. यह पता लगाया जा रहा है कि उसने किन-किन लोगों को ठगा, कितने पैसों का लेन-देन हुआ और उसके पीछे कोई गिरोह तो नहीं है.
पुलिस संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर रही है. शुरुआती जांच में कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं, जिससे साफ है कि आरोपी लंबे समय से लोगों को भ्रमित कर सत्ता से जुड़ा व्यक्ति बनकर ठगी कर रहा था. फिलहाल पुलिस टीम उसके नेटवर्क और पुराने मामलों की भी पड़ताल कर रही है.
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