उत्तराखंड: चमोली के THDC सुरंग में दो लोको ट्रेनों की टक्कर, 60 मजदूर घायल
Chamoli THDC Tunnel: चमोली में विष्णुगाड-पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना की सुरंग में दो लोको ट्रेनें टकराने से 60 मजदूर घायल हो गए. दुर्घटना शिफ्ट परिवर्तन के दौरान हुई. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

चमोली जिले में सोमवार (30 दिसंबर) की देर रात एक बड़ा हादसा हो गया. टीएचडीसी की विष्णुगाड–पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग के भीतर मजदूरों को लाने-ले जाने वाली दो लोको ट्रेनें आपस में टकरा गईं. इस दुर्घटना में करीब 60 मजदूर और कर्मचारी घायल हो गए, जिससे सुरंग के भीतर अफरा-तफरी और चीख-पुकार मच गई. हादसा रात करीब 9.30 बजे के आसपास हुआ.
जानकारी के अनुसार, अलकनंदा नदी पर 444 मेगावाट क्षमता की विष्णुगाड–पीपलकोटी जलविद्युत परियोजना का निर्माण कार्य चल रहा है. परियोजना के तहत लगभग 13 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जा रही है, जिसमें टनल बोरिंग मशीन (TBM) के माध्यम से खुदाई का कार्य किया जा रहा है. सुरंग के भीतर भारी मशीनें और लोको ट्रेनें लगाई गई हैं, जिनका उपयोग मजदूरों और कर्मचारियों को कार्यस्थल तक पहुंचाने के लिए किया जाता है.
टनल में हुए हादसे के बाद तुरंत रोका गया काम
बताया जा रहा है कि शिफ्ट परिवर्तन के दौरान मजदूरों को लाने और ले जाने में लगी दो लोको ट्रेनें अचानक आपस में टकरा गईं. उस समय सुरंग के भीतर 100 से अधिक अधिकारी, कर्मचारी और मजदूर मौजूद थे. टक्कर इतनी जोरदार थी कि कई मजदूर घायल होकर नीचे गिर पड़े. हादसे के तुरंत बाद सुरंग के अंदर काम रोक दिया गया.
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी गौरव कुमार और पुलिस अधीक्षक सुरजीत सिंह पंवार जिला अस्पताल गोपेश्वर पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना. उन्होंने चिकित्सकों को घायलों के बेहतर उपचार के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कुल 60 लोग घायल हुए हैं.
सभी घायल मजदूरों की हालत स्थिर
उन्होंने बताया कि इनमें से 42 घायलों का उपचार जिला अस्पताल गोपेश्वर में किया जा रहा है, जबकि 17 घायल मजदूरों को विवेकानंद अस्पताल पीपलकोटी में भर्ती कराया गया है. कुछ अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. सभी घायलों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है.
हादसे के बाद परियोजना प्रबंधन और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू कर दी है. प्रारंभिक तौर पर तकनीकी चूक या आपसी समन्वय की कमी को हादसे का कारण माना जा रहा है. प्रशासन ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जताया दुख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पोस्ट कर लिखा, "चमोली जनपद के पीपलकोटी में निर्माणाधीन टीएचडीसी विष्णुगाड़ - पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना की टीबीएम साइट पर हुई दुर्घटना के संबंध में जिलाधिकारी चमोली से निरंतर संपर्क में हूं. सभी घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने और आवश्यकतानुसार उच्च चिकित्सालयों में रेफर करने के निर्देश दिए हैं. ईश्वर से सभी घायल श्रमिकों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं."
भारतीय रेलवे से जुड़ा हादसा नहीं
स्पष्ट रूप से बता दें कि चमोली में हुए लोको ट्रेन हादसे का संबंध भारतीय रेलवे से नहीं है. ये ट्रेनें इंडियन रेलवे नहीं चलाता. यह स्पष्ट किया जाता है कि चमोली उत्तराखंड में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट सुरंग के निर्माण के दौरान एक लोकल स्तर पर ट्रांसपोर्टेशन अरेंजमेंट में प्रयोग की जा रही ट्रॉली से सम्बंधित घटना घटित हुई. इस घटना का भारतीय रेलवे से कोई संबंध नहीं है. यह प्रोजेक्ट टीम द्वारा लोकल स्तर पर प्रयोग की जा रही परिवहन व्यवस्था है.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















