हंगर इंडेक्स रिपोर्ट पर मायावती का बीजेपी सरकार पर निशाना, अमेरिकी अखबार में भारत-विरोधी विज्ञापन पर भी जताई चिंता
वैश्विक भुखमरी सूचकांक-2022 (Global Hunger Index-2022) और अमेरिकी अखबार में भारत-विरोधी विज्ञापन पर बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने प्रतिक्रिया दी है.
UP Politics: वैश्विक भुखमरी सूचकांक-2022 (Global Hunger Index-2022) को लेकर 121 देशों की रैंकिंग की सूची जारी की गई है. जिसमें भारत (India) का नंबर 107वां है. जिसके बाद अब विपक्ष के ओर से बीजेपी (BJP) सरकार के खिलाफ जुबानी हमले तेज हो गए हैं. इसी क्रम में बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.
मायावती ने ट्वीट कर लिखा, "रुपये का अनवरत अवमूल्यन, विदेशी मुद्रा भण्डार में कमी, चरमराती अर्थव्यवस्था, बदतर भूख सूचकांक सहित विश्व संगठनों द्वारा भारत सम्बंधी निगेटिव रिपोर्ट के बीच अमेरिकी अखबार में भारत-विरोधी विज्ञापन आदि चिन्ताजनक हालात पैदा कर रहे हैं, जिसका खण्डन ही नहीं बल्कि सही समाधान भी जरूरी."
उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, "बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर निर्मित भारत का कल्याणकारी, समतामूलक व मानवतावादी संविधान दुनिया के लिए आज भी आदर्श होने के बावजूद भारत की वैश्विक इमेज जिस प्रकार से प्रभावित हो रही है वह दुःख व चिन्ता की बात है. केन्द्र एवं राज्य सरकारों को सही नीयत व नीति से काम करने की जरूरत."
केंद्र सरकार ने दिया जवाब
वहीं केंद्र सरकार ने कहा कि वैश्विक भूख सूचकांक 2022 में भारत को 107वें स्थान पर रखना देश की छवि को ‘‘एक राष्ट्र जो अपनी आबादी की खाद्य सुरक्षा और पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा नहीं करता है’’ के रूप में खराब किए जाने के निरंतर प्रयास का हिस्सा है.
बता दें कि वैश्विक भूख सूचकांक (जीएचआई) के जरिए वैश्विक, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तरों पर भूख पर नजर रखी जाती है और उसकी गणना की जाती है. 29.1 अंकों के साथ भारत में भूख का स्तर ‘‘गंभीर’’ है. गौरतलब है कि भारत 2021 में 116 देशों में 101वें नंबर पर था जबकि 2020 में वह 94वें पायदान पर था. एशिया में केवल अफगानिस्तान ही भारत से पीछे है और वह 109वें स्थान पर है
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