Basti News: डॉक्टर के घर काम कर रहे मजदूर की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, केस दर्ज
Basti Police: डीएसपी आलोक प्रसाद ने बताया कि मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई और वह डॉक्टर पुष्कर पांडे के आवास पर काम कर रहा था. इस मामले में डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज की गई है.

Basti Crime News: यूपी के बस्ती (Basti) के एक प्राइवेट डॉक्टर के आवास का निर्माण कार्य करने वाले मजदूर की संदिग्ध मौत के बाद कोतवाली पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. दरअसल मजदूर डॉक्टर के घर का काम कर रहा था और लगभग 8 लाख रुपये डॉक्टर पर मजदूर के बकाया थे जिसे मांगने पर भी बार-बार उसे धमकी मिलती थी.
डॉक्टर सुधाकर पांडे पर आरोप है कि उन्होंने मजदूर की संदिग्ध मौत के बाद कोतवाली पुलिस को सूचना देना उचित नहीं समझा. कई घंटे बाद अचानक से शव लेकर मजदूर के घर पहुंच गए और कहा कि वह काम करते वक्त छत से गिर पड़ा है जिससे उसकी मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि पैसों के लेनदेन को लेकर डॉक्टर ने मजदूर की हत्या की है.
कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला ब्लॉक रोड निवासी डॉ. सुधाकर पाण्डेय के यहां मकान निर्माण का कार्य कर रहे पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के रहने वाले मजदूर रामफेर यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होना कई सवाल खड़ा करता है. मृत मजदूर के परिजनों का कहना है कि रामफेर की हत्या की गई है और इस मामले की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, डॉ. सुधाकर पाण्डेय के यहां रामफेर यादव मिस्त्री और शटरिंग की ठेकेदारी का कार्य कर रहा था. उसके भाई ने डॉ. सुधाकर पाण्डेय के विरूद्ध भादवि की धारा 302 के तहत नामजद मुकदमा दर्ज कराया है. तहरीर में कहा गया है कि डॉ. सुधाकर पाण्डेय ने सटरिंग आदि का काम कराने के बाद उसका बकाया पैसा रोक लिया और बंधक बनवाकर निर्माण कार्य कराते रहे. उसे कहीं आने-जाने नहीं दिया जाता था और धमकी दी गई थी कि शिकायत करोगे तो जान से मरवा देंगे.
बीते 2 मार्च की रात में डॉ. सुधाकर पाण्डेय ने रामफेर यादव की लाश को उसके घर पर पहुंचवा दिया और परिजनों को धमकी दी कि कहीं शिकायत करोगो तो अंजाम बुरा होगा. पीड़ित परिजनों ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी. मृतक के परिजनों की मांग है कि श्रमिक के हत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों की गिरफ्तारी और श्रमिक परिवार को न्याय के साथ ही आर्थिक सहयोग दिलाने, रामफेर यादव के बेटे को सरकारी नौकरी दिलाई जाए.
इस पूरे मामले को लेकर डीएसपी आलोक प्रसाद ने बताया कि मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई और वह डॉक्टर पुष्कर पांडे के आवास पर काम कर रहा था. इस मामले में डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज की गई है, मामले की जांच की जा रही है.
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Source: IOCL





















