यूपी के इस जिले में बनने जा रही है आधुनिक ओपन सरफेस पार्किंग, श्रद्धालुओं को मिलेगी बड़ी सुविधा
UP News: इस परियोजना पर करीब 165 करोड़ रुपये (16557.74 लाख) की लागत आएगी और इसे इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड पर तैयार किया जा रहा है.

Ayodhya News: रामलला के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक और बड़ी राहत की खबर सामने आई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार अयोध्या में एक आधुनिक ओपन सरफेस पार्किंग सुविधा विकसित कर रही है, जिससे श्रद्धालुओं को वाहन पार्क करने में परेशानी का सामना न करना पड़े. यह पार्किंग मांझा जमथरा के पास 35 एकड़ की सरकारी जमीन पर बन रही है, जिसमें 475 वाहनों की पार्किंग की क्षमता होगी.
इस परियोजना पर करीब 165 करोड़ रुपये (16557.74 लाख) की लागत आएगी और इसे इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड पर तैयार किया जा रहा है. इसका निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग की सीडी-2 इकाई द्वारा किया जा रहा है. पार्किंग क्षेत्र के पास ही पांच मंजिला भवन भी बनाया जाएगा, जिसमें दो डोरमेट्री होंगी और तेरह दुकानें बनाई जाएंगी. ये दुकानें स्थानीय उत्पादों, प्रसाद और अन्य ज़रूरी वस्तुओं की बिक्री के लिए होंगी, जिससे स्थानीय व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा.
जनवरी 2024 में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. हर दिन लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिससे पार्किंग और ट्रैफिक की व्यवस्था बड़ी चुनौती बन गई है. ऐसे में यह नया ओपन सरफेस पार्किंग प्रोजेक्ट भीड़ प्रबंधन और सुगम यातायात व्यवस्था के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा.
ओपन सरफेस पार्किंग एक खुली जगह पर तैयार की जाने वाली पार्किंग होती है, जिसमें बहुमंजिला या भूमिगत निर्माण की बजाय सतही स्तर पर ही वाहन खड़े किए जाते हैं. इसे जल्दी और कम लागत में तैयार किया जा सकता है. इसकी देखरेख भी आसान होती है और बड़े धार्मिक या भीड़-भाड़ वाले इलाकों में यह बेहद उपयोगी होती है.
पार्किंग क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा गार्ड, और फायर सेफ्टी उपकरणों की व्यवस्था की जाएगी ताकि श्रद्धालुओं और उनके वाहनों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. साथ ही, इस क्षेत्र में हरे-भरे पौधे भी लगाए जाएंगे जिससे वातावरण शुद्ध और सौंदर्यपूर्ण बना रहे. इस परियोजना से अयोध्या के स्थानीय लोगों को भी रोजगार का लाभ मिलेगा. निर्माण कार्य के दौरान श्रमिकों, इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों की आवश्यकता होगी. निर्माण के बाद डोरमेट्री और दुकानों के संचालन से स्थानीय व्यवसायियों को भी आर्थिक लाभ होगा.
यह पूरी योजना योगी सरकार के उस विज़न का हिस्सा है, जिसमें अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. पहले से चल रही सड़कों, होटलों, पुलों और अन्य ढांचागत परियोजनाओं के साथ यह पार्किंग सुविधा श्रद्धालुओं की सुविधाओं में और भी इजाफा करेगी.
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