सुवेंदु अधिकारी के बयान पर भड़के अखिलेश यादव, कहा- 'बीजेपी दो खेमों में बट गई है, कोई वीडियो...'
Akhilesh Yadav News: बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने सबका साथ, सबका विकास नारे को खत्म करने की बात कही है. इसको लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीजेपी को निशाने पर लिया है.

Akhilesh Yadav On Suvendu Adhikari: पश्चिम बंगाल बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार (17 जुलाई) को कहा कि ‘‘सबका साथ, सबका विकास’’ की जरूरत नहीं है. इसके बजाय उन्होंने ‘‘हम उनके साथ जो हमारे साथ’’ का प्रस्ताव दिया. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि बीजेपी को अपनी अल्पसंख्यक शाखा को खत्म कर देना चाहिए.
उनके इस बयान से सियासी बवाल खड़ा हो गया है. समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर निशान साधते हुए लिखा कि दिन-पर-दिन कमजोर होती बीजेपी में टकराव और भटकाव का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी खेमों में बंट गयी है.
उन्होंने चुटकी लेते हुए आगे लिखा, ''बीजेपी के एक नेता महोदय अपने ही शीर्ष नेतृत्व के दिए नारे को नकार रहे हैं. कोई मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बैकफुट पर जाने की ज़रूरत नहीं है, जो उछल-कूद कर रहे हैं वो बैठा दिए जाएंगे. कोई कह रहा है संगठन सरकार से बढ़ा है. तो कोई सहयोगी दल हार का कारण दिल्ली-लखनऊ के नेतृत्व के ऊपर डाल रहा है. कोई वीडियो बनाकर बयान दे रहा है, कोई चिट्ठी लिख रहा है.''
दिन-पर-दिन कमज़ोर होती भाजपा में टकराव और भटकाव का दौर शुरू हो गया है। भाजपा खेमों में बंट गयी है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 17, 2024
- भाजपा के एक नेता महोदय अपने ही शीर्ष नेतृत्व के दिए नारे को नकार रहे हैं।
- कोई मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि बैकफ़ुट पर जाने की ज़रूरत नहीं है, जो उछल-कूद कर रहे हैं वो बैठा… pic.twitter.com/uvQrEYTwSV
'तो डिब्बे भी आपस में टकरा रहे हैं'
सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी में एक-दूसरे को कमतर दिखाने के लिए कठपुतली का खेल खेला जा रहा है. सबकी डोरी अलग-अलग हाथों में है. बीजेपी में पर्दे के पीछे की लड़ाई सरेआम हो गयी है. इंजन ही नहीं अब तो डिब्बे भी आपस में टकरा रहे हैं.
सुवेंदु अधिकारी का पूरा बयान क्या है?
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कोलकाता में बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी के विस्तारित सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने राष्ट्रवादी मुस्लिमों की भी बात की है. हम सभी ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात किया करते हैं, लेकिन आगे से अब मैं यह नहीं कहूंगा, क्योंकि मेरा मानना है कि इसके बजाय यह ‘हम उनके साथ जो हमारे साथ’ होना चाहिए...अल्पसंख्यक मोर्चा की कोई जरूरत नहीं है.’’
ये भी पढ़ें: हाथरस कांड के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव पहुंचे भोले बाबा, आश्रम के बाहर भक्तों का तांता
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















