Rajasthan Weather Forecast: राजस्थान में बदला मौसम, IMD ने इन इलाकों में बूंदाबांदी की जताई संभावना
Rajasthan weather: मौसम विभाग के अनुसार गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाए हुए हैं. साथ ही कई इलाकों में न्यूनतम तापमान में 2 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.

Rajasthan Weather Update: राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से तापमान में लगातार हो रहे बदलाव से किसान परेशान हैं. कहीं तापमान में अचानक चढ़ाव तो कहीं गिरावट भी है. अब उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में बूंदाबांदी की आज संभावना जताई जा रही है. वहीं पिछले दिनों सीकर, चूरू, झुंझुनूं व करौली जिलों में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस से भी नीचे दर्ज किया गया. जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान फतेहपुर सीकर में माइनस 1.5 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इसके साथ ही गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर व चूरु जिलों में कहीं-कहीं घना कोहरा भी दर्ज किया गया था. वहीं सबसे कम अधिकतम तापमान हनुमानगढ़ में 9.6 और श्रीगंगानगर में 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
घना कोहरा छाया रहेगा
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा ने बताया कि आज सुबह की 9.30 सेटेलाइट पिक्चर के अनुसार गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर व आसपास के जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बादल छाए हुए हैं. आज राज्य के अधिकांश भागों में न्यूनतम तापमान में 2 से 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. वहीं आज चूरू में न्यूनतम तापमान बढ़कर 7.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. इसके साथ ही उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर व चूरू जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश और बूंदाबांदी होने की संभावना है. शेष अधिकांश स्थानों पर आगामी पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा.
पिछले दिनों ऐसा रहा मौसम
वहीं 31 दिसंबर से तापमान में फिर से गिरावट व उत्तर-पश्चिमी राजस्थान में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. जबकि बीते दिनों राज्य के अधिकांश भागों में न्यूनतम व अधिकतम तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी और अधिकांश भागों में कोहरा में कमी दर्ज की गई थी. चूरू में न्यूनतम तापमान 0.6 डिग्री दर्ज किया गया था. वहीं आगामी 24 से 48 घंटे में न्यूनतम तापमान में और 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना जताई गई है. वहीं आज रात में हल्की बूंदाबांदी भी हुई थी. इसके साथ ही कृषि विज्ञान केंद्र चूरू में वैज्ञानिक विनोद कुमार सैनी ने बताया कि यहां पर कोई भी फसल इस स्टेज पर नहीं है की बारिश से कोई नुकसान हो. बारिश होने से यहां पर सरसों और गेहूं को नमी मिलेगी तो और बेहतर रहेगा. फसल मजबूत हो जाएगी, वैसे यहां पर फसलें कम लगी है.
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Source: IOCL
























