Rajasthan: एनटीए ने JEE Mains आंसर की और रिकॉर्डेड रिस्पांस मिलान का बदला पैटर्न, स्टूडेंट्स-पैरेंट्स परेशान
JEE Mains Answer Key 2024: एनटीए ने आंसर-की, रिकॉर्डेड रिस्पांस और क्वेश्चन पेपर जारी कर दिया. इस बार नए पैटर्न पर आंसर-की जारी करने से स्टूडेंट्स में उहापोह की स्थिति पैदा हो गई.

Kota News: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जेईई मेन्स सेशन-1 की आंसर-की, रिकॉर्डेड रिस्पांस और क्वेश्चन पेपर जारी कर दिया है. एनटीए के नोटिफिकेशन जारी करने के साथ ही स्टूडेंट्स और पैरेंट्स की परेशानियां भी शुरू हो गई. उनकी ये परेशानी बुधवार (7 फरवरी) तक जारी रहा. इसकी वजह से एनटीए ने रिकॉर्डेड रिस्पांस , आंसर-की और क्वेश्चन पेपर के ऑप्शन ही हटा लिए. प्रोविजनल आंसर-की को चैलेंज करने के लिए 8 फरवरी, रात 11 बजे तक का समय दिया गया है.
इस सेशन का एनटीए स्कोर 12 फरवरी को जारी किया जाना प्रस्तावित है. एनटीए ने बीई, बीटेक और बीआर्क की 24 जनवरी से 1 फरवरी के मध्य हुई सभी 11 शिफ्टों के रिकॉर्डेड रिस्पांस जारी किया है. कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जारी किए गए क्वेश्चन पेपर, आंसर-की और रिकॉर्डेड रिस्पांस को स्टूडेंट्स को मिलान करने में बड़ी समस्या सामने आई. इस बार एनटीए ने आंसर-की और रिकॉर्डेड रिस्पांस के मिलान के पैटर्न को ही बदल दिया. इस संबंध में वेबसाइट पर कोई स्पष्टीकरण भी नहीं दिया गया. ऐसे में जारी की गई आंसर-की को लेकर स्टूडेंट्स में असमंजस और बढ़ गया.
उत्तर मिलान करने में भी आ रही परेशानी
कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि इस साल एनटीए द्वारा जारी की गई प्रोविजनल आंसर-की को ऑप्शन आईडी में नहीं दिखाया गया, जबकि रिकॉर्डेड रिस्पांस में स्टूडेंट्स के आंसर को ऑप्शन आईडी में दिखाया गया है. उन्होंने बताया कि प्रोविजनल आंसर-की में मल्टीपल करेक्ट क्वेश्चन को 1, 2, 3, 4 के क्रम में दिखाया गया है, जबकि रिकॉर्डेड रिस्पांस में आंसर को ऑप्शन आईडी में दिखाया गया है, जिसका मिलान ऑप्शन आईडी के अंतिम दो डिजिट को 1, 2, 3, 4 के क्रम में डालकर किया जा सकता है. हालांकि इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं है.
यही वजह है कि लाखों स्टूडेंट्स और पैरेंट्स अपने प्रश्नों के उत्तरों का सही मिलान नहीं कर पा रहे हैं. इससे उन्हें एनटीए की आंसर-की और खुद के रिकॉर्डेड रिस्पांस की प्रमाणिकता पर संशय की स्थिति पैदा हो गई है. बीते सालों में विद्यार्थियों के रिकॉर्डेड रिस्पांस के उत्तर को और प्रोविजनल आंसर-की में उत्तरों को ऑप्शन आईडी के रूप में दशार्या जाता था, जिससे स्टूडेंट्स अपने उत्तरों को एनटीए के जारी किए गए आंसर-की से स्पष्ट मिलान कर लेते थे और अपने अंकों का अनुमान लगा लेते थे. इस साल न तो स्टूडेंट्स अपने उत्तरों की जांच कर पा रहे हैं और ना ही एनटीए की आंसर की पर विश्वास कर पा रहे हैं.
कई खामियों से स्टूडेंट्स रहे परेशान
एक्सपर्ट आहूजा ने बताया कि कई अन्य समस्याओं से भी स्टूडेंट्स परेशान रहे. इसमें सबसे ज्यादा साल 2007 में जन्म लेने वाले हजारों स्टूडेंट्स अपनी रिकॉर्डेड रिस्पांस को डाउनलोड नहीं का पा रहे थे, क्योंकि एनटीए की वेबसाइट पर साल 2006 तक का ही विकल्प दिया गया था, साथ ही 27 जनवरी की शिफ्ट में हुई परीक्षा के भी प्रश्न पत्र अपलोड नहीं किए गए थे. शुरूआती समय में एनटीए का सर्वर इतना व्यस्त रहा कि स्टूडेंट्स वेबसाइट पर कोई जानकारी प्राप्त नहीं कर सके.
'8 फरवरी तक के समय को बढ़ाना चाहिए'
स्टूडेंट्स की परेशानियों का जिक्र करते हुए अमित आहूजा ने बताया कि इन सब समस्याओं को देखते हुए आखिरकार एनटीए ने बुधवार (7 फरवरी) की सुबह से ही वेबसाइट से आंसर-की डाउनलोड करने का विकल्प हटा दिया. इसे तकनीकी समस्या बताते हुए स्वीकार किया और दोबारा रिकॉर्डेड रिस्पांस जारी करने की बात कही. ऐसे में स्टूडेंट्स 8 फरवरी तक आंसर-की को चैलेंज करने के लिए दिए गए समय में कैसे डाउनलोड कर चैलेंज कर सकेंगे. उन्होंने मांग एनटीए से मांग की कि स्टूडेंट्स की परेशानियों को देखते हुए 8 फरवरी तक के समय को बढ़ाना चाहिए.
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Source: IOCL





















