BJP से निलंबित होने के बाद ज्ञान देव आहूजा बोले, 'दलित समुदाय की 27 लड़कियों को मैंने...'
Gyan Dev Ahuja Suspended: इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा हम इसका समर्थन नहीं करते हैं. साथ ही पार्टी ने ज्ञानदेव आहूजा को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब मांगा.

Gyan Dev Ahuja On Tika Ram Jully: राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के जाने के बाद राम मंदिर में गंगाजल का छिड़काव करने के बाद बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया. वहीं अब बीजेपी से निलंबित होने के बाद ज्ञानदेव आहूजा का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मैं दलित समर्थक रहा हूं. मैं अपहरण कर मेवात ले जाई गईं दलितों की 27 लड़कियों को वापस लेकर आया था.
ज्ञानदेवा आहूजा ने कहा, "मैं दलित का जन्मजात समर्थक रहा हूं. दलित परिवार पर हमला हुआ उसके साथ खड़ा रहा मैं दलित का सबसे बड़ा मसीहा हूं और रहूंगा मैं किसी जाति विशेष के खिलाफ आप शब्द नहीं बोले हैं. मैं जूली के जन्मदिन पर माला पहनाने गया था जबकि मुझे पार्टी के नेताओं ने मना किया था. मैं टीकाराम जूली का सम्मान करता हूं. मैं कांग्रेस की मानसिकता के खिलाफ हूं. उन्होंने कहा मैं कांग्रेस के उन नेताओं का विरोध करता हूं जो सनातन विरोधी हैं.
बता दें कि अलवर की शालीमार सोसाइटी के राम मंदिर में दर्शन करने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष राजस्थान टीकाराम जूली के जाने के बाद बीजेपी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा द्वारा मंदिर में पहुंच कर गंगाजल का छिड़काव करवाया. इससे पूरे देश में सियासी बवाल हो गया एक तरफ इसे कांग्रेस ने अपने नेता का अपमान बताया तो वहीं दलित समाज ने भी इसे दलितों का अपमान बताते हुए प्रदेश भर में प्रदर्शन करते हुए ज्ञानदेव आहूजा का अनेकों स्थानों पर पुतला फूंका.
बीजेपी से निलंबित किए गए ज्ञानदेव आहूजा
इस मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा हम इसका समर्थन नहीं करते हैं. साथ ही पार्टी ने ज्ञानदेव आहूजा को नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में जवाब मांगा. इतना ही नहीं उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है.
ज्ञानदेव आहूजा को पार्टी ने दिया नोटिस
पार्टी के प्रदेश महामंत्री और सांसद दामोदर अग्रवाल ने आहूजा को दिए नोटिस में लिखा, "आपने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण करते समय यह प्रतिज्ञा की थी कि मैं किसी भी रूप में है इस पर श्वेता को नहीं मानता ना ही उसे व्यवहार में लाता हूं मैं जाति लिंग और अजब के आधार पर किसी तरह के भेद में विश्वास नहीं करता इसी प्रतिज्ञा तक के आधार पर आपकी प्राथमिक सदस्यता स्वीकार की गई थी राम मंदिर में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के पूजा अर्चना और दर्शन करने का विरोध करते हुए आपने उसे मंदिर का गंगाजल से छिड़काव किया आपके इस कृत्य से पार्टी की छवि धूमिल हुई है. इसलिए आपको पार्टी से निलंबित किया जाता है."
(जुगल गांधी की रिपोर्ट)
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