पीएम मोदी के '22 मिनट' वाले बयान पर अजमेर दरगाह के दीवान नसीरुद्दीन चिश्ती बोले- 'जब पहलगाम हमला हुआ था, तो...'
Operation Sindoor: पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया और 22 अप्रैल का जवाब 22 मिनट के अंदर दिया. इस पर सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती का बयान आया है.

Syed Naseruddin Chishty On Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान के बीकानेर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 22 तारीख (अप्रैल) के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकियों के नौ सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए. इस पर राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह के दीवान और ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के अध्यक्ष सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि 'जब यह घटना हुई थी, तो प्रधानमंत्री ने तुरंत कहा था कि ऐसा जवाब दिया जाएगा, जिसे दुनिया याद रखेगी और बिल्कुल 22 अप्रैल का जवाब 22 मिनट के अंदर दिया गया.'
दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं की ओर से 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह किए जाने का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिलाया है. मोदी ने यह भी कहा ‘‘यह शोध प्रतिशोध का खेल नहीं, यह न्याय का नया स्वरूप है. यह ऑपरेशन सिंदूर है. यह सिर्फ आक्रोश नहीं है, बल्कि यह समर्थ भारत का रौद्र रूप है. यह भारत का नया स्वरूप है.’’
परमाणु बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं- पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि परमाणु बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है. उन्होंने कहा ‘‘पाकिस्तान के साथ न ट्रेड (व्यापार) होगा न टॉक (वार्ता). बात होगी तो सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की. उन्होंने कहा, ‘‘22 अप्रैल को आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था. वह गोलियां तो पहलगाम में चली थीं, लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था."
पीएम मोदी ने कहा, "हमले के बाद हर देशवासी ने एक जुट होकर संकल्प लिया था कि आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे. उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे.’’ मोदी ने कहा, ‘‘आज आपके आशीर्वाद से, देश की सेना के शौर्य से, हम सब उस प्रण पर खरे उतरे हैं.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी और तीनों सेनाओं ने मिलकर ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया. जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी जिसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया.
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