Punjab: चंडीगढ़ को मिली 25 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात, 1 किलोमीटर पर 61 रुपए खर्च करेगा CTU
Punjab News: चंडीगढ़ में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को इलेक्ट्रिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. 25 नई इलेक्ट्रिक बसों में से 15 पहुंच चुकी हैं. बाकी बसें जल्द आएंगी और डीजल बसें चरणबद्ध हटेंगी.

Punjab News: पंजाब के चंडीगढ़ के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. चंडीगढ़ को मिलने वाली 25 नई इलेक्ट्रिक बसों में से 15 बसें शहर पहुंच चुकी हैं, जबकि बाकी 10 बसें कंपनी ने एक हफ्ते के अंदर भेज दी जाएंगी. सभी 25 बसें आने के बाद इन्हें सड़कों पर चलाने के लिए औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा.
प्रोटोटाइप बस को टेस्टिंग के लिए भेजा गया
ये बसें अशोक लेलैंड की इलेक्ट्रिक बस बनाने वाली कंपनी पी.एम.आई. इलेक्ट्रो मोबिलिटी सॉल्यूशंस और स्विच मोबिलिटी से तैयार की गई हैं. 20 नवंबर को 15 साल पुरानी 84 बसें हटाए जाने के बाद नई इलेक्ट्रिक बसें लाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी. सबसे पहले एक प्रोटोटाइप बस को टेस्टिंग के लिए भेजा गया था.
सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर रोड ट्रांसपोर्ट (सी.आई.आर.टी.) की टीम ने बस की जांच करके अपनी रिपोर्ट मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स को भेजी. रिपोर्ट मिलते ही बसों की सप्लाई शुरू कर दी गई.
वैट लीजिंग सिस्टम पर ली गई बसें
ये सभी बसें वैट लीजिंग सिस्टम के तहत ली गई हैं. इस मॉडल के अनुसार चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) को बसों की खरीद पर कोई रकम खर्च नहीं करनी पड़ी. इससे बसों की खरीद, ड्राइवरों की तनख्वाह और मेंटेनेंस जैसा अतिरिक्त भार भी सीटीयू पर नहीं पड़ेगा.
उत्तरी भारत में सरकारी स्तर पर वैट लीजिंग सिस्टम का उपयोग सबसे पहले 2004 में हिमाचल प्रदेश सरकार ने किया था, जब प्राइवेट ऑपरेटरों से वोल्वो बसें ली गई थीं. सीटीयू ने भी उसी तर्ज पर यह करार किया है.
ड्राइवर और मेंटेनेंस कंपनी का होगा
एमओयू के मुताबिक बसों के ड्राइवर बस बनाने वाली कंपनी के होंगे और बसों की मेंटेनेंस का सारा खर्चा भी कंपनी ही उठाएगी. हालांकि बसों में कंडक्टर सीटीयू के रहेंगे. सीटीयू बसों के लिए कंपनी को प्रति किलोमीटर 61 रुपये का भुगतान करेगा. ड्राइवरों की तनख्वाह भी कंपनी ही देगी.
अप्रैल से पहले आएंगी बाकी 75 बसें
सीटीयू को मिलने वाली 100 इलेक्ट्रिक बसों के पहले चरण में ये 25 बसें शामिल हैं. बाकी 75 बसें अगले अप्रैल से पहले शहर पहुंच जाएंगी. इसके अलावा केंद्र सरकार ने सितंबर में चंडीगढ़ को और 328 इलेक्ट्रिक बसें देने का ऐलान भी किया है. फिलहाल शहर में सीटीयू की 40 इलेक्ट्रिक बसें पहले ही चल रही हैं.
आने वाले महीनों में डीजल से चलने वाली सभी बसों को चरणबद्ध तरीके से हटा दिया जाएगा. इसके बाद सीटीयू की लोकल बस सेवा पूरी तरह से इलेक्ट्रिक हो जाएगी. इस तरह सीटीयू के लोकल रूटों पर चलने वाली कुल 468 बसें इलेक्ट्रिक होंगी. इस समय लोकल रूटों के लिए 348 बसें हैं, लेकिन भविष्य में 120 और बसें भी शामिल की जाएंगी.
Source: IOCL























