पंजाब में सुखबीर बादल ने जताई नाराजगी, कहा- 'बाढ़ के समय केंद्र और पड़ोसी राज्यों ने नहीं की मदद'
Punjab News: पंजाब में बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने 100 ट्रक पशु चारे के रवाना किए. डैम पर देरी के लिए CM और सरकार को निशाने पर लिया गया.

पंजाब में आई बाढ़ से बड़ा नुकसान हुआ है. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने 100 ट्रक पशु चारे के रवाना किए. सुखबीर बादल ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने साथ नहीं दिया, और किसी भी प्रदेश ने पंजाब का साथ नहीं दिया.
देश में जब कभी किसी प्रदेश में आपदा आई, पंजाब ने हमेशा साथ दिया. सुखबीर बादल ने सभी से निवेदन किया कि पंजाब का बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. पंजाब के सभी लोग मदद करें.
4 लाख एकड़ फसल तबाह
सुखबीर बादल ने कहा कि 4 लाख एकड़ फसल तबाह हो गई है पंजाब में. अकाली दल ने 1 लाख एकड़ फसलों की सेवा ले ली है, और 1 लाख एकड़ फसल की सेवा एसजीपीसी ने ले ली है. अब सरकार बाकी 2 लाख एकड़ फसल की भी सेवा कर ले.
उन्होंने कहा कि अकाली दल की तरफ से 50 हजार गरीब परिवारों को गेहूं और अनाज खाने के लिए दिया जाएगा. फॉगिंग मशीन भी दी जाएगी, गांवों में जाकर. मेडिकल कैंप भी अकाली दल की तरफ से लगाए जाएंगे. गुजरात में भूकंप आया था, तब पंजाब से लोग सेवा करने गए थे. जब पंजाब पर मुश्किल आई, तो कोई खड़ा नहीं हुआ पंजाब के साथ.
राजस्थान और हरियाणा ने पंजाब की मदद नहीं की - सुखबीर बादल
सुखबीर बादल ने कहा कि राजस्थान और हरियाणा ने पंजाब की मदद नहीं की, पर जब पानी चाहिए होता है, तब पंजाब के हिस्से का पानी भी मांगने लगते हैं. उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री पर भी सुखबीर बादल ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सीएम ने समय रहते मीटिंग नहीं की. अगर मीटिंग होती तो ये हालात न होते.
उन्होंने कहा कि पानी जब इकट्ठा हो गया और डैम में खतरे के निशान से ऊपर चला गया, तब जाकर पानी छोड़ा गया. डैम के अधिकारियों ने सरकार को डैम रिपेयर करने के लिए चिट्ठी लिखी, पर सरकार ने राशि जारी नहीं की. यह भी आप सरकार की नालायकी है. लोगों ने खुद दरियाओं की किनारों पर अपनी हिमत से पानी रोका है.
500 ट्रक चारे की सेवा करेंगे
सुखबीर बादल ने कहा कि अकाली दल पहले दिन से सेवा कर रहा है, पर सरकार कहीं भी दिखाई नहीं दी. हम 500 ट्रक चारे की सेवा करेंगे. आज 100 ट्रक भेजे जा रहे हैं. इससे पहले चमकोर साहिब से 150 ट्रक भेजे गए हैं.
Source: IOCL























